मैं सहायता पाने को परमेश्वर तक दौड़ूँगा।
वह मेरी सुरक्षा—चट्टान है।
परमेश्वर मेरा ढाल है।
उसकी शक्ति मेरी रक्षक है।
यहोवा मेरी ऊँचा गढ़ है,
और मेरी सुरक्षा का स्थान है।
मेरा रक्षक कष्टों से मेरी रक्षा करता है।
मैं विपत्ति में था, किन्तु मैंने यहोवा को पुकारा।
हाँ, मैंने अपने परमेश्वर को पुकारा वह अपने उपासना गृह में था,
उसने मेरी पुकार सुनी,
मेरी सहायता की पुकार उसके कानों में पड़ी।
तूने तब भी मुझे बचाया है, जब मेरे लोगों ने मेरे विरुद्ध लड़ाई की।
तूने मुझे राष्ट्रों का शासक बनाये रखा,
वे लोग भी मेरी सेवा करेंगे, जिन्हें मैं नहीं जानता।