"Come vive Iddio che mi nega giustizia, come vive l’Onnipotente che mi amareggia l’anima,
“सचमुच परमेश्वर जीता है और यह जितना सत्य है कि परमेश्वर जीता है
सचमुच वह वैसे ही मेरे प्रति अन्यायपूर्ण रहा है।
हाँ! सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने मेरे जीवन में कड़वाहट भरी है।
Va a letto ricco, ma per l’ultima volta; apre gli occhi e non è più.
दुष्ट जन अपनी निज दौलत के साथ अपने बिस्तर पर सोने जाता है,
किन्तु एक ऐसा दिन आयेगा जब वह फिर बिस्तर में वैसे ही नहीं जा पायेगा।
जब वह आँख खोलेगा तो उसकी सम्पत्ति जा चुकेगी।