“इसे तू तब से जानता है जब बहुत पहले आदम को धरती पर भेजा गया था, दुष्ट जन का आनन्द बहुत दिनों नहीं टिकता हैं।
ऐसा व्यक्ति जिसे परमेश्वर की चिन्ता नहीं है
वह थोड़े समय के लिये आनन्दित होता है।
“इसे तू तब से जानता है जब बहुत पहले आदम को धरती पर भेजा गया था, दुष्ट जन का आनन्द बहुत दिनों नहीं टिकता हैं।
ऐसा व्यक्ति जिसे परमेश्वर की चिन्ता नहीं है
वह थोड़े समय के लिये आनन्दित होता है।
वह ऐसे विलुप्त होगा जैसे स्वप्न शीघ्र ही कहीं उड़ जाता है। फिर कभी कोई उसको देख नहीं सकेगा,
वह नष्ट हो जायेगा, उसे रात के स्वप्न की तरह हाँक दिया जायेगा।
क्योंकि उस दुष्ट जन ने दीन जन से उचित व्यवहार नहीं किया।
उसने उनकी परवाह नहीं की और उसने उनकी वस्तुऐं छीन ली थी,
जो घर किसी और ने बनाये थे उसने वे हथियाये थे।
वह काँसे का बाण उसके शरीर के आर पार होगा और उसकी पीठ भेद कर निकल जायेगा।
उस बाण की चमचमाती हुई नोंक उसके जिगर को भेद जायेगी
और वह भय से आतंकित हो जायेगा।