si fortitudo quaeritur robustissimus est si aequitas iudicii nemo pro me audet testimonium dicere
मैं परमेश्वर को पराजित नहीं कर सकता।
परमेश्वर शक्तिशाली है।
मैं परमेश्वर को न्यायालय में नहीं ले जा सकता और उसे अपने प्रति मैं निष्पक्ष नहीं बना सकता।
परमेश्वर को न्यायालय में आने के लिये कौन विवश कर सकता है
unum est quod locutus sum et innocentem et impium ipse consumit
मैं स्वयं से कहता हूँ हर किसी के साथ एक सा ही घटित होता है।
निरपराध लोग भी वैसे ही मरते हैं जैसे अपराधी मरते हैं।
परमेश्वर उन सबके जीवन का अन्त करता है।