¿No sabes esto que fué siempre, Desde el tiempo que fué puesto el hombre sobre la tierra,
“इसे तू तब से जानता है जब बहुत पहले आदम को धरती पर भेजा गया था, दुष्ट जन का आनन्द बहुत दिनों नहीं टिकता हैं।
ऐसा व्यक्ति जिसे परमेश्वर की चिन्ता नहीं है
वह थोड़े समय के लिये आनन्दित होता है।
Que la alegría de los impíos es breve, Y el gozo del hipócrita por un momento?
“इसे तू तब से जानता है जब बहुत पहले आदम को धरती पर भेजा गया था, दुष्ट जन का आनन्द बहुत दिनों नहीं टिकता हैं।
ऐसा व्यक्ति जिसे परमेश्वर की चिन्ता नहीं है
वह थोड़े समय के लिये आनन्दित होता है।
Como sueño volará, y no será hallado: Y disiparáse como visión nocturna.
वह ऐसे विलुप्त होगा जैसे स्वप्न शीघ्र ही कहीं उड़ जाता है। फिर कभी कोई उसको देख नहीं सकेगा,
वह नष्ट हो जायेगा, उसे रात के स्वप्न की तरह हाँक दिया जायेगा।
Por cuanto quebrantó y desamparó á los pobres, Robó casas, y no las edificó;
क्योंकि उस दुष्ट जन ने दीन जन से उचित व्यवहार नहीं किया।
उसने उनकी परवाह नहीं की और उसने उनकी वस्तुऐं छीन ली थी,
जो घर किसी और ने बनाये थे उसने वे हथियाये थे।
Desenvainará y sacará saeta de su aljaba, Y relumbrante pasará por su hiel: Sobre él vendrán terrores.
वह काँसे का बाण उसके शरीर के आर पार होगा और उसकी पीठ भेद कर निकल जायेगा।
उस बाण की चमचमाती हुई नोंक उसके जिगर को भेद जायेगी
और वह भय से आतंकित हो जायेगा।