Psalms 136

confitemini Domino quoniam bonus quoniam in aeternum misericordia eius
यहोवा की प्रशंसा करो, क्योंकि वह उत्तम है। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
confitemini Deo deorum quoniam in aeternum misericordia eius
ईश्वरों के परमेश्वर की प्रशंसा करो! उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
confitemini Domino dominorum quoniam in aeternum misericordia eius
प्रभुओं के प्रभु की प्रशंसा करो। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui facit mirabilia magna solus quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर के गुण गाओ। बस वही एक है जो अद्भुत कर्म करता है। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui fecit caelos in sapientia quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर के गुण गाओ जिसने अपनी बुद्धि से आकाश को रचा है। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui firmavit terram super aquas quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने सागर के बीच में सूखी धरती को स्थापित किया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui fecit luminaria magna quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने महान ज्योतियाँ रची। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।।
solem in potestatem diei quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने सूर्य को दिन पर शासन करने के लिये बनाया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
lunam et stellas in potestatem noctis quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने चाँद तारों को बनाया कि वे रात पर शासन करें। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui percussit Aegyptum cum primitivis suis quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने मिस्र में मनुष्यों और पशुओं के पहलौठों को मारा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et eduxit Israhel de medio eorum quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर इस्राएल को मिस्र से बाहर ले आया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
in manu valida et in brachio extento quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य और अपनी महाशक्ति को प्रकटाया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui divisit mare Rubrum in divisiones quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने लाल सागर को दो भागों में फाड़ा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et eduxit Israhel in medio eius quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने इस्राएल को सागर के बीच से पार उतारा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et convolvit Pharao et exercitum eius in mari Rubro quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने फ़िरौन और उसकी सेना को लाल सागर में डूबा दिया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui duxit populum suum per desertum quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने अपने निज भक्तों को मरुस्थल में राह दिखाई। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui percussit reges magnos quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने बलशाली राजा हराए। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et occidit reges magnificos quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने सुदृढ़ राजाओं को मारा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
Seon regem Amorreorum quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने एमोरियों के राजा सीहोन को मारा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et Og regem Basan quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने बाशान के राजा ओग को मारा। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et dedit terram eorum in hereditatem quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने इस्राएल को उसकी धरती दे दी। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
hereditatem Israhel servo suo quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने उस धरती को इस्राएल को उपहार के रूप में दिया। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
quia in humilitate nostra memor fuit nostri quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने हमको याद रखा, जब हम पराजित थे। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
et redemit nos de hostibus nostris quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर ने हमको हमारे शत्रुओं से बचाया था। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
qui dat panem omni carni quoniam in aeternum misericordia eius
परमेश्वर हर एक को खाने को देता है। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।
confitemini Deo caeli quoniam in aeternum misericordia eius
स्वर्ग के परमेश्वर का गुण गाओ। उसका सच्चा प्रेम सदा ही बना रहता है।