Job 17

Мій дух заламавсь, мої дні погасають, зостались мені самі гроби!...
“मेरा मन टूट चुका है। मेरा मन निराश है। मेरा प्राण लगभग जा चुका है। कब्र मेरी बाट जोह रही है।
Дійсно, насмішки зо мною, й моє око в розгірченні їхнім ночує...
लोग मुझे घेरते हैं और मुझ पर हँसते हैं। जब लोग मुझे सताते हैं और मेरा अपमान करते है, मैं उन्हें देखता हूँ।
Поклади, дай заставу за мене Ти Сам, хто ж то той, що умову зо мною заб'є по руках?
“परमेश्वर, मेरे निरपराध होने का शपथ—पत्र मेरा स्वीकार कर। मेरी निर्दोषता की साक्षी देने के लिये कोई तैयार नहीं होगा।
Бо від розуміння закрив Ти їх серце тому не звеличуєш їх.
मेरे मित्रों का मन तूने मूँदा अत: वे मुझे कुछ नहीं समझते हैं। कृपा कर उन को मत जीतने दे।
Він призначує ближніх на поділ, а очі синів його темніють,
लोगों की कहावत को तू जानता है। मनुष्य जो ईनाम पाने को मित्र के विषय में गलत सूचना देते हैं, उनके बच्चे अन्धे हो जाया करते हैं।
Він поставив мене за прислів'я в народів, і став я таким, на якого плюють...
परमेश्वर ने मेरा नाम हर किसी के लिये अपशब्द बनाया है और लोग मेरे मुँह पर थूका करते हैं।
З безталання потемніло око моє, а всі члени мої як та тінь...
मेरी आँख लगभग अन्धी हो चुकी है क्योंकि मैं बहुत दु:खी और बहुत पीड़ा में हूँ। मेरी देह एक छाया की भाँति दुर्बल हो चुकी है।
Праведники остовпіють на це, і невинний встає на безбожного.
मेरी इस दुर्दशा से सज्जन बहुत व्याकुल हैं। निरपराधी लोग भी उन लोगों से परेशान हैं जिनको परमेश्वर की चिन्ता नहीं है।
І праведний буде держатись дороги своєї, а хто чисторукий побільшиться в силі.
किन्तु सज्जन नेकी का जीवन जीते रहेंगे। निरपराधी लोग शक्तिशाली हो जायेंगे।
Але всі ви повернетеся, і приходьте, та я не знаходжу між вами розумного...
“किन्तु तुम सभी आओ और फिर मुझ को दिखाने का यत्न करो कि सब दोष मेरा है। तुममें से कोई भी विवेकी नहीं।
Мої дні проминули, порвалися думи мої, мого серця маєток,
मेरा जीवन यूँ ही बात रहा है। मेरी याजनाऐं टूट गई है और आशा चली गई है।
вони мені ніч обертають на день, наближують світло при темряві!
किन्तु मेरे मित्र रात को दिन सोचा करते हैं। जब अन्धेरा होता है, वे लोग कहा करते हैं, ‘प्रकाश पास ही है।’
Якщо сподіваюсь, то тільки шеолу, як дому свого, в темноті постелю своє ложе...
“यदि मैं आशा करूँ कि अन्धकारपूर्ण कब्र मेरा घर और बिस्तर होगा।
До гробу я кличу: О батьку ти мій! До черви: Моя мамо та сестро моя!...
यदि मैं कब्र से कहूँ ‘तू मेरा पिता है’ और कीड़े से ‘तू मेरी माता है अथवा तू मेरी बहन है।’
Де ж тоді та надія моя? А надія моя, хто побачить її?
किन्तु यदि वह मेरी एकमात्र आशा है तब तो कोई आशा मुझे नहीं हैं और कोई भी व्यक्ति मेरे लिये कोई आशा नहीं देख सकता है।
До шеолових засувів зійде вона, коли зійдемо разом до пороху...
क्या मेरी आशा भी मेरे साथ मृत्यु के द्वार तक जायेगी? क्या मैं और मेरी आशा एक साथ धूल में मिलेंगे?”