לכן בעשותך צדקה אל תריע לפניך בשופר כמעשה החנפים בבתי הכנסיות ובחרבות למען יהללו אותם האמשים אמן אמר אני לכם כי לקחו את שכרם׃
“इसलिये जब तुम किसी दीन-दुःखी को दान देते हो तो उसका ढोल मत पीटो, जैसा कि आराधनालयों और गलियों में कपटी लोग औंरों से प्रशंसा पाने के लिए करते हैं। मैं तुमसे सत्य कहता हूँ कि उन्हें तो इसका पूरा फल पहले ही दिया जा चुका है।
וכי תתפלל אל תהי כחנפים האהבים להתפלל בעמדם בבתי הכנסיות ואצל פנות השוקים למען יראו לבני אדם אמן אמר אני לכם כי לקחו את שכרם׃
“जब तुम प्रार्थना करो तो कपटियों की तरह मत करो। क्योंकि वे यहूदी आराधनालयों और गली के नुक्कड़ों पर खड़े होकर प्रार्थना करना चाहते हैं ताकि लोग उन्हें देख सकें। मैं तुमसे सत्य कहता हूँ कि उन्हें तो उसका फल पहले ही मिल चुका है।
ואתה כי תתפלל בוא בחדרך וסגר דלתך בעדך והתפלל אל אביך אשר בסתר ואביך הראה במסתרים הוא בגלוי יגמלך׃
किन्तु जब तू प्रार्थना करे, अपनी कोठरी में चला जा और द्वार बन्द करके गुप्त रूप से अपने परम-पिता से प्रार्थना कर। फिर तेरा परम-पिता जो तेरे छिपकर किए गए कर्मों को देखता है, तुझे उन का प्रतिफल देगा।
ובהתפללכם אל תפטפטו כגוים החשבים כי בהרבות דבריהם ישמעו׃
“जब तुम प्रार्थना करते हो तो विधर्मियों की तरह यूँ ही निरर्थक बातों को बार-बार मत दुहराते रहो। वे तो यह सोचते हैं कि उनके बहुत बोलने से उनकी सुन ली जायेगी।
וכי תצומו אל תהיו זעפים כחנפים המשנים את פניהם להראות צמים לבני אדם אמן אמר אני לכם כי לקחו את שכרם׃
“जब तुम उपवास करो तो मुँह लटकाये कपटियों जैसे मत दिखो। क्योंकि वे तरह तरह से मुँह बनाते हैं ताकि वे लोगों को जतायें कि वे उपवास कर रहे हैं। मैं तुमसे सत्य कहता हूँ उन्हें तो पहले ही उनका प्रतिफल मिल चुका है।
למען לא תראה בצומך לבני אדם כי אם לאביך אשר בסתר ואביך הראה במסתרים הוא בגלוי יגמלך׃
ताकि लोग यह न जानें कि तू उपवास कर रहा है। बल्कि तेरा परम-पिता जिसे तू देख नहीं सकता, देखे कि तू उपवास कर रहा है। तब तेरा परम पिता जो तेरे छिपकर किए गए सब कर्मों को देखता है, तुझे उनका प्रतिफल देगा।
ואם עינך רעה כל גופך יחשך והנה אם יחשך האור אשר בקרבך מה רב החשך׃
किन्तु यदि तेरी आँख बुरी हो जाए तो तेरा सारा शरीर अंधेरे से भर जायेगा। इसलिये वह एकमात्र प्रकाश जो तेरे भीतर है यदि अंधकारमय हो जाये तो वह अंधेरा कितना गहरा होगा।
לא יוכל איש לעבד שני אדנים כי אם ישנא את האחד ויאהב את האחר או ידבק באחד ויבזה את האחר לא תוכלו עבוד את האלהים ואת הממון׃
“कोई भी एक साथ दो स्वामियों का सेवक नहीं हो सकता क्योंकि वह एक से घृणा करेगा और दूसरे से प्रेम। या एक के प्रति समर्पित रहेगा और दूसरे का तिरस्कार करेगा। तुम धन और परमेश्वर दोनों की एक साथ सेवा नहीं कर सकते।
על כן אמר אני לכם אל תדאגו לנפשכם מה תאכלו ומה תשתו ולגופכם מה תלבשו הלא הנפש היא יקרה מן המזון והגוף יקר מן המלבוש׃
“मैं तुमसे कहता हूँ अपने जीने के लिये खाने-पीने की चिंता छोड़ दो। अपने शरीर के लिये वस्त्रों की चिंता छोड़ दो। निश्चय ही जीवन भोजन से और शरीर कपड़ों से अधिक महत्वपूर्ण हैं।
הביטו וראו את עוף השמים אשר אינם זרעים ואינם קצרים ואינם אספים לאסמים ואביכם שבשמים מכלכל אתם הלא אתם נעליתם עליהם מאד׃
देखो! आकाश के पक्षी न तो बुआई करते हैं और न कटाई, न ही वे कोठारों में अनाज भरते हैं किन्तु तुम्हारा स्वर्गीय पिता उनका भी पेट भरता है। क्या तुम उनसे कहीं अधिक महत्वपूर्ण नहीं हो?
ואם ככה מלביש האלהים את חציר השדה אשר היום צמח ומחר ישלך לתוך התנור אף כי אתכם קטני האמונה׃
इसलिये जब जंगली पौधों को जो आज जीवित हैं पर जिन्हें कल ही भाड़ में झोंक दिया जाना है, परमेश्वर ऐसे वस्त्र पहनाता है तो अरे ओ कम विश्वास रखने वालों, क्या वह तुम्हें और अधिक वस्त्र नहीं पहनायेगा?