أَمَّا إِخْوَانِي فَقَدْ غَدَرُوا مِثْلَ الْغَدِيرِ. مِثْلَ سَاقِيَةِ الْوُدْيَانِ يَعْبُرُونَ،
किन्तु मेरे बन्धुओं, तुम विश्वासयोग्य नहीं रहे।
मैं तुम पर निर्भर नहीं रह सकता हूँ।
तुम ऐसी जलधाराओं के सामान हो जो कभी बहती है और कभी नहीं बहती है।
तुम ऐसी जलधाराओं के समान हो जो उफनती रहती है।