Az egész Izráel megszámláltatván nemzetségeik szerint, beirattak az Izráel és Júda királyainak könyvébe, a kik gonoszságukért Babilóniába vitetének.
इस्रएल के लोगों के नाम उनके परिवार के इतिहास में अंकित थे। वे परिवार *इस्राएल के राजाओं के इतिहास* में रखे गए थे। यहूदा के लोग बन्दी बनाए गए थे और बाबेल को जाने को विवश किये गये थे। वे उस स्थान पर इसलिये ले जाए गए, क्योंकि वे परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य नहीं थे।
Ibnéja, Jérohám fia, és Ela, Uzzi fia, ki Mikri fia, és Mésullám, Séfátja fia, ki Reuel fia, ki Ibnija fia *vala.*
यिब्रिय्याह यरोहाम का पुत्र था। एला उज्जी का पुत्र था। उज्जी मिक्री का पुत्र था। मशुल्लाम शपत्याह का पुत्र था। शपत्याह रूएल का पुत्र था। रुएल यीब्निय्याह का पुत्र था।
Azária, Hilkia fia, ki Mésullám fia, ki Sádók fia, ki Mérajót fia, ki Ahitubnak, az Isten háza főgondviselőjének fia vala.
अजर्याह हिलकिय्याह का पुत्र था। हिलकिय्याह मशुल्लाम का पुत्र था। मशुल्लाम सादोक का पुत्र था। सादोक मरायोत का पुत्र था। मरायोत अहीतूब परमेश्वर के मन्दिर के लिये विशेष उत्तरदायी अधिकारी था।
És Adája Jérohám fia, ki Pashúr fia, ki Málkija fia; Maasai, Adiel fia, ki Jahzéra fia, ki Mésullám fia, ki Mésillémit fia, ki Immer fia.
वहाँ यरोहाम का पुत्र अदायाह भी था। यरोहाम पशहूर का पुत्र था। पशहूर मल्कियाह का पुत्र था और वहाँ अदोएल का पुत्र मासै था। अदोएल जहजेश का पुत्र था। जेरा मशुल्लाम का पुत्र था। मशुल्लाम मशिल्लीत का पुत्र था। मशिल्लीत इम्मेर का पुत्र था।
A Léviták közül Semája, Hásub fia, ki Azrikám fia, ki Hasábia fia, a Mérári fiai közül.
लेवी के परिवार समूह से जो लोग यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैः हश्शूब का पुत्र शमायाह। हश्शूब अज्रीकाम का पुत्र था। अज्रीकाम हशव्याह का पुत्र था। हशव्याह मरारी का वंशज था।
Obádia, a Semája fia, Galál fia, ki Jédutun fia, és Bérékia, Asa fia, ki Elkána fia, a ki Nétofáti faluiban lakik vala.
ओबाद्याह शमायाह का पुत्र था। शमायाह गालाल का पुत्र था। गालाल यदूतून का पुत्र था और आसा का पुत्र बेरेक्याह यरूशलेम में रहता था। आसा एल्काना का पुत्र था। अल्काना तोपा लोगों के पास एक छोटे नगर में रहता था।
Sallum pedig a Kóré fia, ki Ebiásáf fia, ki Kórákh fia, és ennek rokonságai a Kórakhiták családjából a szolgálat munkájában a hajlék ajtajának őrizői valának, mint az ő atyáik az Úr seregében őrizték vala a bejáratot,
शल्लूम कोरे का पुत्र था। कोरे एब्यासाप का पुत्र था। एब्यासाप कोरह का पुत्र था। शल्लूम और उसके भाई द्वारपाल थे। वे कोरे परिवार से थे। उन्हें पवित्र तम्बू के द्वार की रक्षा करने का कार्य करना था। वे इसे वैसे ही करते थे जैसे इनके पूर्वजों ने इनके पहले किया था। उनेक पूर्वजों का यह कार्य था कि वे पवित्र तम्बू के द्वार की रक्षा करें।
Ezek mind választott ajtónállók voltak, kétszáztizenketten; kik az ő faluikban, nemzetségök szerint, megszámláltattak volt; kiket Dávid rendelt és Sámuel próféta az ő tisztökbe.
सब मिलाकर दो सौ बारह व्यक्ति पवित्र तम्बू के द्वार की रक्षा के लिये चुने गए थे। उनके नाम उनेक परिवार इतिहास में उनके छोटे नगरों में लिखे हुए थे। दाऊद और समूएल नबी ने उन लोगों को चुना, क्यों कि उन पर विश्वास किया जा सकता था।
És ezeknek atyjokfiai az ő faluikban *valának,* de minden hetednap amazokhoz felmenének Jeruzsálembe bizonyos ideig.
द्वारपालों के सम्बन्धियों को, जो छोटे नगर में रहते थे, समय समय पर आकर उनको सहायता करनी पड़ती थी। वे आते थे और हर बार सात दिन तक द्वारपालों की सहायता करते थे।
És ő közülök *némelyek* a szolgálati edényekre *viselnek vala gondot;* mert mind a kivitelnél, mind a visszavitelnél számon veszik vala azokat.
कुछ द्वारपालों का काम मन्दिर की सेवा में काम आने वाली तश्तरियों की देखभाल करना था। वे इन तश्तरियों को तब गिनते थे जब वे भीतर लाई जाती थीं। वे इन तश्तरियों को तब गिनते थे जब वह बाहर जाती थीं।
Ugyanazok közül választattak vala *némelyek másféle* edénynek, a szenthely minden eszközeinek, a lisztnek, bornak, olajnak, tömjénnek és fűszereknek *gondviselésére.*
अन्य द्वारपाल सज्जा—सामग्री और उन विशेष तश्तरियों की देखभाल के लिये चुने जाते थे। वे आटे, दाखमधु, तेल, सुगन्धि और विशेष तेल की भी देखभाल करते थे।
Ezek közül valók valának az éneklők is, a Léviták közül a családfők, a kik szabadosok valának *egyéb tiszttől* az ő kamarájokban; mert éjjel és nappal szolgálattal tartoznak vala.
वे लेवी वंशी जो गायक थे और अपने परिवारों के प्रमुख थे, मन्दिर के कमरों में ठहरते थे। उन्हें अन्य काम नहीं करने पड़ते थे क्योंकि वे मन्दिर में दिन रात काम के लिये उत्तरदायी थे।