Philippians 2

si qua ergo consolatio in Christo si quod solacium caritatis si qua societas spiritus si quid viscera et miserationes
फिर तुम लोगों में यदि मसीह में कोई उत्साह है, प्रेम से पैदा हुई कोई सांत्वना है, यदि आत्मा में कोई भागेदारी है, स्नेह की कोई भावना और सहानुभूति है
implete gaudium meum ut idem sapiatis eandem caritatem habentes unianimes id ipsum sentientes
तो मुझे पूरी तरह प्रसन्न करो। मैं चाहता हूँ, तुम एक तरह से सोचो, परस्पर एक जैसा प्रेम करो, आत्मा में एका रखो और एक जैसा ही लक्ष्य रखो।
nihil per contentionem neque per inanem gloriam sed in humilitate superiores sibi invicem arbitrantes
ईर्ष्या और बेकार के अहंकार से कुछ मत करो। बल्कि नम्र बनो तथा दूसरों को अपने से उत्तम समझो।
non quae sua sunt singuli considerantes sed et ea quae aliorum
तुममें से हर एक को चाहिए कि केवल अपना ही नहीं, बल्कि दूसरों के हित का भी ध्यान रखे।
hoc enim sentite in vobis quod et in Christo Iesu
अपना चिंतन ठीक वैसा ही रखो जैसा मसीह यीशु का था।
qui cum in forma Dei esset non rapinam arbitratus est esse se aequalem Deo
जो अपने स्वरूप में यद्यपि साक्षात् परमेश्वर था, किन्तु उसने परमेश्वर के साथ अपनी इस समानता को कभी ऐसे महाकोष के समान नहीं समझा जिससे वह चिपका ही रहे।
sed semet ipsum exinanivit formam servi accipiens in similitudinem hominum factus et habitu inventus ut homo
बल्कि उसने तो अपना सब कुछ त्याग कर एक सेवक का रूप ग्रहण कर लिया और मनुष्य के समान बन गया। और जब वह अपने बाहरी रूप में मनुष्य जैसा बन गया
humiliavit semet ipsum factus oboediens usque ad mortem mortem autem crucis
तो उसने अपने आप को नवा लिया। और इतना आज्ञाकारी बन गया कि अपने प्राण तक निछावर कर दिये और वह भी क्रूस पर।
propter quod et Deus illum exaltavit et donavit illi nomen super omne nomen
इसलिए परमेश्वर ने भी उसे ऊँचे से ऊँचे स्थान पर उठाया और उसे वह नाम दिया जो सब नामों के ऊपर है
ut in nomine Iesu omne genu flectat caelestium et terrestrium et infernorum
ताकि सब कोई जब यीशु के नाम का उच्चारण होते हुए सुनें, तो नीचे झुक जायें। चाहे वे स्वर्ग के हों, धरती पर के हों और चाहे धरती के नीचे के हों।
et omnis lingua confiteatur quia Dominus Iesus Christus in gloria est Dei Patris
और हर जीभ परम पिता परमेश्वर की महिमा के लिये स्वीकार करें, “यीशु मसीह ही प्रभु है।”
itaque carissimi mei sicut semper oboedistis non ut in praesentia mei tantum sed multo magis nunc in absentia mea cum metu et tremore vestram salutem operamini
इसलिए मेरे प्रियों, तुम मेरे निर्देशों का जैसा उस समय पालन किया करते थे जब मैं तुम्हारे साथ था, अब जबकि मैं तुम्हारे साथ नहीं हूँ तब तुम और अधिक लगन से उनका पालन करो। परमेश्वर के प्रति सम्पूर्ण आदर भाव के साथ अपने उद्धार को पूरा करने के लिये तुम लोग काम करते जाओ।
Deus est enim qui operatur in vobis et velle et perficere pro bona voluntate
क्योंकि वह परमेश्वर ही है जो उन कामों की इच्छा और उन्हें पूरा करने का कर्म, जो परमेश्वर को भाते हैं, तुम में पैदा करता है।
omnia autem facite sine murmurationibus et haesitationibus
बिना कोई शिकायत या लड़ाई झगड़ा किये सब काम करते रहो,
ut sitis sine querella et simplices filii Dei sine reprehensione in medio nationis pravae et perversae inter quos lucetis sicut luminaria in mundo
ताकि तुम भोले भाले और पवित्र बन जाओ। तथा इस कुटिल और पथभ्रष्ट पीढ़ी के लोगों के बीच परमेश्वर के निष्कलंक बालक बन जाओ। उन के बीच अंधेरी दुनिया में तुम उस समय तारे बन कर चमको
verbum vitae continentes ad gloriam meam in die Christi quia non in vacuum cucurri neque in vacuum laboravi
जब तुम उन्हें जीवनदायी सुसंदेश सुनाते हो। तुम ऐसा ही करते रहो ताकि मसीह के फिर से लौटने के दिन मैं यह देख कर कि मेरे जीवन की भाग दौड़ बेकार नहीं गयी, तुम पर गर्व कर सकूँ।
sed et si immolor supra sacrificium et obsequium fidei vestrae gaudeo et congratulor omnibus vobis
तुम्हारा विश्वास एक बलि के रूप में है और यदि मेरा लहू तुम्हारी बलि पर दाखमधु के समान उँडेल दिया भी जाये तो मुझे प्रसन्नता है। तुम्हारी प्रसन्नता में मेरा भी सहभाग है।
id ipsum autem et vos gaudete et congratulamini mihi
उसी प्रकार तुम भी प्रसन्न रहो और मेरे साथ आनन्द मनाओ।
spero autem in Domino Iesu Timotheum cito me mittere ad vos ut et ego bono animo sim cognitis quae circa vos sunt
प्रभु यीशु की सहायता से मुझे तीमुथियुस को तुम्हारे पास शीघ्र ही भेज देने की आशा है ताकि तुम्हारे समाचारों से मेरा भी उत्साह बढ़ सके।
neminem enim habeo tam unianimem qui sincera affectione pro vobis sollicitus sit
क्योंकि दूसरा कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसकी भावनाएँ मेरे जैसी हों और जो तुम्हारे कल्याण के लिये सच्चे मन से चिंतित हो।
omnes enim sua quaerunt non quae sunt Christi Iesu
क्योंकि और सभी अपने-अपने कामों में लगे हैं। यीशु मसीह के कामों में कोई नहीं लगा है।
experimentum autem eius cognoscite quoniam sicut patri filius mecum servivit in evangelium
तुम उसके चरित्र को जानते हो कि सुसमाचार के प्रचार में मेरे साथ उसने वैसे ही सेवा की है, जैसे एक पुत्र अपने पिता के साथ करता है।
hunc igitur spero me mittere mox ut videro quae circa me sunt
सो मुझे जैसे ही यह पता चलेगा कि मेरे साथ क्या कुछ होने जा रहा है मैं उसे तुम्हारे पास भेज देने की आशा रखता हूँ।
confido autem in Domino quoniam et ipse veniam ad vos cito
और मेरा विश्वास है कि प्रभु की सहायता से मैं भी जल्दी ही आऊँगा।
necessarium autem existimavi Epafroditum fratrem et cooperatorem et commilitonem meum vestrum autem apostolum et ministrum necessitatis meae mittere ad vos
मैं यह आवश्यक समझता हूँ कि इपफ्रुदीतुस को तुम्हारे पास भेजूँ जो मेरा भाई है, साथी कार्यकर्ता है और सहयोगी कर्म वीर है तथा मुझे आवश्यकता पड़ने पर मेरी सहायता के लिये तुम्हारा प्रतिनिधि रहा है,
quoniam quidem omnes vos desiderabat et maestus erat propterea quod audieratis illum infirmatum
क्योंकि वह तुम सब के लिये व्याकुल रहा करता था और इससे बहुत चिन्तित था कि तुमने यह सुना था कि वह बीमार पड़ गया था।
nam et infirmatus est usque ad mortem sed Deus misertus est eius non solum autem eius verum etiam et mei ne tristitiam super tristitiam haberem
हाँ, वह बीमार तो था, और वह भी इतना कि जैसे मर ही जायेगा। किन्तु परमेश्वर ने उस पर अनुग्रह किया (न केवल उस पर बल्कि मुझ पर भी) ताकि मुझे दुख पर दुख न मिले।
festinantius ergo misi illum ut viso eo iterum gaudeatis et ego sine tristitia sim
इसीलिए मैं उसे और भी तत्परता से भेज रहा हूँ ताकि जब तुम उसे देखो तो एक बार फिर प्रसन्न हो जाओ और मेरा दुःख भी जाता रहे।
excipite itaque illum cum omni gaudio in Domino et eiusmodi cum honore habetote
इसलिए प्रभु में बड़ी प्रसन्नता के साथ उसका स्वागत करो और ऐसे लोगों का आधिकाधिक आदर करते रहो।
quoniam propter opus Christi usque ad mortem accessit tradens animam suam ut impleret id quod ex vobis deerat erga meum obsequium
क्योंकि मसीह के काम के लिये वह लगभग मर गया था ताकि तुम्हारे द्वारा की गयी मेरी सेवा में जो कभी रह गई थी, उसे वह पूरा कर दे, इसके लिये उसने अपने प्राणों की बाजी लगा दी।