اے بےپروا عورتو، لرز اُٹھو! اے بیٹیو جو اپنے آپ کو محفوظ سمجھتی ہو، تھرتھراؤ! اپنے اچھے کپڑوں کو اُتار کر ٹاٹ کے لباس پہن لو۔
स्त्रियों, अभी तुम चैन से हो, किन्तु तुम्हें डरना चाहिये! स्त्रियों, अभी तुम सुरक्षित अनुभव करती हो, किन्तु तुम्हें चिन्ता करनी चाहिये! अपने सुन्दर वस्त्रों को उतार फेंको और शोक वस्त्रों को धारण कर लो। उन वस्त्रों को अपनी कमर पर लपेट लो।