“परमेश्वर मुझ पर प्रहार करता है।
वह मुझ पर कुपित है और वह मेरी देह को फाड़ कर अलग कर देता है,
तथा परमेश्वर मेरे ऊपर दाँत पीसता है।
मुझे शत्रु घृणा भरी दृष्टि से घूरते हैं।
collegit furorem suum in me et comminans mihi infremuit contra me dentibus suis hostis meus terribilibus oculis me intuitus est