I Samuel 17

पलिश्तियों ने अपनी सेना युद्ध के लिये इकट्ठी की। वे यहूदा स्थित सोको में युद्ध के लिये एकत्र हुए। उनका डेरा सोको और अजेका के बीच एपेसदम्मीम नामक नगर में था।
ایک دن فلستیوں نے اپنی فوج کو یہوداہ کے شہر سوکہ کے قریب جمع کیا۔ وہ اِفس دَمّیم میں خیمہ زن ہوئے جو سوکہ اور عزیقہ کے درمیان ہے۔
शाऊल और इस्राएली सैनिक भी वहाँ एक साथ एकत्रित हुए। उनका डेरा एला की घाटी में था। शाऊल के सैनिक मोर्चा लगाये पलिश्तियों से युद्ध करने के लिये तैयार थे।
جواب میں ساؤل نے اپنی فوج کو بُلا کر وادیِ ایلہ میں جمع کیا۔ وہاں اسرائیل کے مرد جنگ کے لئے ترتیب سے کھڑے ہوئے۔
पलिश्ती एक पहाड़ी पर थे और इस्राएली दूसरी पर । घाटी इन दोनों पहाड़ियों के बीच में थी।
یوں فلستی ایک پہاڑی پر کھڑے تھے اور اسرائیلی دوسری پہاڑی پر۔ اُن کے بیچ میں وادی تھی۔
पलिश्तियों में एक गोलियत नाम का अजेय योद्धा था। गोलियत गत का था। गोलियत लगभग नौ फीट ऊँचा था। गोलियत पलिश्ती डेरे से बाहर आया।
پھر فلستی صفوں سے جات شہر کا پہلوان نکل کر اسرائیلیوں کے سامنے کھڑا ہوا۔ اُس کا نام جالوت تھا اور وہ 9 فٹ سے زیادہ لمبا تھا۔
उसके सिर पर काँसे का टोप था। उसने पट्टीदार कवच का कोट पहन रखा था। यह कवच काँसे का बना था और इसका तौल लगभग एक सौ पच्चीस पौंड था।
اُس نے حفاظت کے لئے پیتل کی کئی چیزیں پہن رکھی تھیں: سر پر خود، دھڑ پر زرہ بکتر جو 57 کلو گرام وزنی تھا
गोलियत ने अपने पैरों में काँसे के रक्षा कवच पहने थे। उसके पास काँसे का भाला था जो उसकी पीठ पर बंधा था।
اور پنڈلیوں پر بکتر۔ کندھوں پر پیتل کی شمشیر لٹکی ہوئی تھی۔
गोलियत के भाले का फल जुलाहे की छड़ की तरह था। भाले की फल की तोल पन्द्रह पौंड थी। गोलियत का सहायक गोलियत की ढाल को लिये हुए उसके आगे आगे चल रहा था।
جو نیزہ وہ پکڑ کر چل رہا تھا اُس کا دستہ کھڈی کے شہتیر جیسا موٹا اور لمبا تھا، اور اُس کے لوہے کی نوک کا وزن 7 کلو گرام سے زیادہ تھا۔ جالوت کے آگے آگے ایک آدمی اُس کی ڈھال اُٹھائے چل رہا تھا۔
गोलियत बाहर निकला और उसने इस्राएली सैनिकों को जोर से पुकार कर कहा, “तुम्हारे सभी सैनिक युद्ध के लिये मोर्चा क्यों लगाये हुए हैं? तुम शाऊल के सेवक हो। मैं एक पलिश्ती हूँ। इसलिये किसी एक व्यक्ति को चुनो और उसे मुझसे लड़ने को भेजो।
جالوت اسرائیلی صفوں کے سامنے رُک کر گرجا، ”تم سب کیوں لڑنے کے لئے صف آرا ہو گئے ہو؟ کیا مَیں فلستی نہیں ہوں جبکہ تم صرف ساؤل کے نوکر چاکر ہو؟ چلو، ایک آدمی کو چن کر اُسے یہاں نیچے میرے پاس بھیج دو۔
यदि वह व्यक्ति मुझे मार डालता है तो हम पलिश्ती तुम्हारे दास हो जाएंगे। किन्तु यदि मैं उसे जीत लूँ और तुम्हारे व्यक्ति को मार डालूँ तो तुम हमारे दास हो जाना। तब तुम हमारी सेवा करोगे!”
اگر وہ مجھ سے لڑ سکے اور مجھے مار دے تو ہم تمہارے غلام بن جائیں گے۔ لیکن اگر مَیں اُس پر غالب آ کر اُسے مار ڈالوں تو تم ہمارے غلام بن جاؤ گے۔
पलिश्ती ने यह भी कहा, “आज मैं खड़ा हूँ और इस्राएल की सेना का मजाक उड़ा रहा हूँ! मुझे अपने में से एक के साथ लड़ने दो!”
آج مَیں اسرائیلی صفوں کی بدنامی کر کے اُنہیں چیلنج کرتا ہوں کہ مجھے ایک آدمی دو جو میرے ساتھ لڑے۔“
शाऊल और इस्राएली सैनिकों ने जो गोलियत कहा था, उसे सुना और वे बहुत भयभीत हो उठे।
جالوت کی یہ باتیں سن کر ساؤل اور تمام اسرائیلی گھبرا گئے، اور اُن پر دہشت طاری ہو گئی۔
दाऊद यिशै का पुत्र था। यिशै एप्राती परिवार के यहूदा बेतलेहेम से था। यिशै के आठ पुत्र थे। शाऊल के समय में यिशै एक बूढ़ा आदमी था।
اُس وقت داؤد کا باپ یسّی کافی بوڑھا ہو چکا تھا۔ اُس کے کُل 8 بیٹے تھے، اور وہ اِفراتہ کے علاقے کے بیت لحم میں رہتا تھا۔
यिशै के तीन बड़े पुत्र शाऊल के साथ युद्ध में गये थे। प्रथम पुत्र एलीआब था। दूसरा पुत्र अबीनादाब था और तीसरा पुत्र शम्मा था।
لیکن اُس کے تین سب سے بڑے بیٹے فلستیوں سے لڑنے کے لئے ساؤل کی فوج میں بھرتی ہو گئے تھے۔ سب سے بڑے کا نام اِلیاب، دوسرے کا ابی نداب اور تیسرے کا سمّہ تھا۔
दाऊद सबसे छोटा पुत्र था। तीनों पुत्र शाऊल की सेना में थे।
داؤد تو سب سے چھوٹا بھائی تھا۔ وہ دوسروں کی طرح پورا وقت ساؤل کے پاس نہ گزار سکا، کیونکہ اُسے باپ کی بھیڑبکریوں کو سنبھالنے کی ذمہ داری دی گئی تھی۔ اِس لئے وہ آتا جاتا رہا۔ چنانچہ وہ موجود نہیں تھا
किन्तु दाऊद कभी—कभी बेतलेहेम में अपने पिता की भेड़ों की रखवाली के लिये शाऊल के पास से चला जाता था।
داؤد تو سب سے چھوٹا بھائی تھا۔ وہ دوسروں کی طرح پورا وقت ساؤل کے پاس نہ گزار سکا، کیونکہ اُسے باپ کی بھیڑبکریوں کو سنبھالنے کی ذمہ داری دی گئی تھی۔ اِس لئے وہ آتا جاتا رہا۔ چنانچہ وہ موجود نہیں تھا
पलिश्ती गोलियत हर एक प्रात: एवं सन्ध्या को बाहर आता था और इस्राएल की सेना के सामने खड़ा हो जाता था। गोलियत ने चालीस दिन तक इस प्रकार इस्राएल का मजाक उड़ाया।
جب جالوت 40 دن صبح و شام اسرائیلیوں کی صفوں کے سامنے کھڑے ہو کر اُنہیں چیلنج کرتا رہا۔
एक दिन यिशै ने अपने पुत्र दाऊद से कहा, “पके अन्न की टोकरी और इन दस रोटियों को डेरे में अपने भाईयों के पास ले जाओ।
ایک دن یسّی نے داؤد سے کہا، ”بیٹا، اپنے بھائیوں کے پاس کیمپ میں جا کر اُن کا پتا کرو۔ بُھنے ہوئے اناج کے یہ 16 کلو گرام اور یہ دس روٹیاں اپنے ساتھ لے کر جلدی جلدی اُدھر پہنچ جاؤ۔
पनीर की इन दस पिंडियों को भी एक हजार सैनिकों वाली अपने भाई की टुकड़ी के संचालक अधिकारी के लिये ले जाओ। देखो कि तुम्हारे भाई कैसे हैं। कुछ ऐसा लाओ जिससे मुझे पता चले कि तुम्हारे भाई ठीक—ठाक हैं।
پنیر کی یہ دس ٹکیاں اُن کے کپتان کو دے دینا۔ بھائیوں کا حال معلوم کر کے اُن کی کوئی چیز واپس لے آؤ تاکہ مجھے تسلی ہو جائے کہ وہ ٹھیک ہیں۔
तुम्हारे भाई शाऊल के साथ हैं और इस्राएल के सारे सैनिक एला घाटी में हैं। वे पलिश्तियों के विरुद्ध लड़ रहे हैं।”
وہ وادیِ ایلہ میں ساؤل اور اسرائیلی فوج کے ساتھ فلستیوں سے لڑ رہے ہیں۔“
सवेरे तड़के ही दाऊद, ने भेड़ों की रखवाली दूसरे गड़रिये को सौंपी। दाऊद ने भोजन लिया और वहाँ के लिये चल पड़ा जहाँ के लिये यिशै ने कहा था। दाऊद अपनी गाड़ी को डेरे में ले गया। उस समय सैनिक लड़ाई में अपने मोर्चे संभालने जा रहे थे जब दाऊद वहाँ पहुँचा। सैनिक अपना युद्ध उद्घोष करने लगे।
اگلے دن صبح سویرے داؤد نے ریوڑ کو کسی اَور کے سپرد کر کے سامان اُٹھایا اور یسّی کی ہدایت کے مطابق چلا گیا۔ جب وہ کیمپ کے پاس پہنچ گیا تو اسرائیلی فوجی نعرے لگا لگا کر میدانِ جنگ کے لئے نکل رہے تھے۔
इस्राएली और पलिश्ती अपने पुरुषों को युद्ध में एक—दूसरे से भिड़ने के लिये इकट्ठा कर रहे थे।
وہ لڑنے کے لئے ترتیب سے کھڑے ہو گئے، اور دوسری طرف فلستی صفیں بھی تیار ہوئیں۔
दाऊद ने भोजन और चीजों को उस व्यक्ति के पास छोड़ा जो सामग्री का वितरण करता था। दाऊद दौड़ कर उस स्थान पर पहुँचा जहाँ इस्राएली सैनिक थे। दाऊद ने अपने भाईयों के विषय में पूछा।
یہ دیکھ کر داؤد نے اپنی چیزیں اُس آدمی کے پاس چھوڑ دیں جو لشکر کے سامان کی نگرانی کر رہا تھا، پھر بھاگ کر میدانِ جنگ میں بھائیوں سے ملنے چلا گیا۔ وہ ابھی اُن کا حال پوچھ ہی رہا تھا
दाऊद ने अपने भाईयों के साथ बात करनी आरम्भ की। उसी समय वह पलिश्ती वीर योद्धा जिसका नाम गोलियत था और जो गत का निवासी था, पलिश्ती सेना से बाहर आया। पहले की तरह गोलियत ने इस्राएल के विरुद्ध वही बातें चिल्लाकर कहीं।
کہ جاتی جالوت معمول کے مطابق فلستیوں کی صفوں سے نکل کر اسرائیلیوں کے سامنے وہی طنز کی باتیں بکنے لگا۔ داؤد نے بھی اُس کی باتیں سنیں۔
इस्राएली सैनिकों ने गोलियत को देखा और वे भाग खड़े हुए। वे सभी उससे भयभीत थे।
جالوت کو دیکھتے ہی اسرائیلیوں کے رونگٹے کھڑے ہو گئے، اور وہ بھاگ کر
इस्राएली व्यक्तियों में से एक ने कहा, “अरे लोगों, तुममें से किसी ने उस देखा है! उसे देखो! वह गोलियत आ रहा है जो बार—बार इस्राएल का मजाक उड़ाता है। जो कोई उस व्यक्ति को मार देगा, धनी हो जायेगा! राजा शाऊल उसे बहुत धन देगा। शाऊल अपनी पुत्री का विवाह भी उस व्यक्ति से कर देगा, जो गोलियत को मारेगा और शाऊल उस व्यक्ति के परिवार को इस्राएल में स्वतन्त्र कर देगा।”
آپس میں کہنے لگے، ”کیا آپ نے اِس آدمی کو ہماری طرف بڑھتے ہوئے دیکھا؟ سنیں کہ وہ کس طرح ہماری بدنامی کر کے ہمیں چیلنج کر رہا ہے۔ بادشاہ نے اعلان کیا ہے کہ جو شخص اِسے مار دے اُسے بڑا اجر ملے گا۔ شہزادی سے اُس کی شادی ہو گی، اور آئندہ اُس کے پاپ کے خاندان کو ٹیکس نہیں دینا پڑے گا۔“
दाऊद ने समीप खड़े आदमी से पूछा, “उसने क्या कहा? इस पलिश्ती को मारने और इस्राएल के इस अपमान को दूर करने का पुरस्कार क्या है? अन्तत: यह गोलियत है ही क्या? यह बस एक विदेशी मात्र है। गोलियत एक पलिश्ती से अधिक कुछ नहीं। वह क्यों सोचता है कि वह साक्षात् परमेश्वर की सेना के विरुद्ध बोल सकता है?”
داؤد نے ساتھ والے فوجیوں سے پوچھا، ”کیا کہہ رہے ہیں؟ اُس آدمی کو کیا انعام ملے گا جو اِس فلستی کو مار کر ہماری قوم کی رُسوائی دُور کرے گا؟ یہ نامختون فلستی کون ہے کہ زندہ خدا کی فوج کی بدنامی کر کے اُسے چیلنج کرے!“
इसलिए इस्राएलियों ने गोलियत को मारने के लिये पुरस्कार के बारे में बताया।
لوگوں نے دوبارہ داؤد کو بتایا کہ بادشاہ اُس آدمی کو کیا دے گا جو جالوت کو مار ڈالے گا۔
दाऊद के बड़े भाई एलीआब ने दाऊद को सैनिकों से बातें करते सुना। एलीआब ने दाऊद पर क्रोधित हुआ। एलीआब दाऊद से पूछा, “तुम यहाँ क्यों आये? मरुभूमि में उन थोड़ी सी भेड़ों को किस के पास छोड़कर आये हो? मैं जानता हूँ कि तुम यहाँ क्यों आये हो! तुम वह करना नहीं चाहते जो तुमसे करने को कहा गया था। तुम केवल यहाँ युद्ध देखने के लिये आना चाहते थे!”
جب داؤد کے بڑے بھائی اِلیاب نے داؤد کی باتیں سنیں تو اُسے غصہ آیا اور وہ اُسے جھڑکنے لگا، ”تُو کیوں آیا ہے؟ بیابان میں اپنی چند ایک بھیڑبکریوں کو کس کے پاس چھوڑ آیا ہے؟ مَیں تیری شوخی اور دل کی شرارت خوب جانتا ہوں۔ تُو صرف جنگ کا تماشا دیکھنے آیا ہے!“
दाऊद ने कहा, “ऐसा मैंने क्या किया है? मैंने कोई गलती नहीं की! मैं केवल बातें कर रहा था।”
داؤد نے پوچھا، ”اب مجھ سے کیا غلطی ہوئی؟ مَیں نے تو صرف سوال پوچھا۔“
दाऊद दूसरे लोगों की तरफ मुड़ा और उनसे वे ही प्रश्न किये। उन्होने दाऊद को वे ही पहले जैसे उत्तर दिये।
وہ اُس سے مُڑ کر کسی اَور کے پاس گیا اور وہی بات پوچھنے لگا۔ وہی جواب ملا۔
कुछ व्यक्तियों ने दाऊद को बातें करते सुना। उन्होंने दाऊद के बारे में शाऊल से कहा। शाऊल ने आदेश दिया कि वे दाऊद को उसके पास लाएं।
داؤد کی یہ باتیں سن کر کسی نے ساؤل کو اطلاع دی۔ ساؤل نے اُسے فوراً بُلایا۔
दाऊद ने शाऊल से कहा, “किसी व्यक्ति को उसके कारण हतोत्साहित मत होने दो। मैं आपका सेवक हूँ। मैं इस पलिश्ती से लड़ने जाऊँगा।”
داؤد نے بادشاہ سے کہا، ”کسی کو اِس فلستی کی وجہ سے ہمت نہیں ہارنا چاہئے۔ مَیں اُس سے لڑوں گا۔“
शाऊल ने उत्तर दिया, “तुम नहीं जा सकते और इस पलिश्ती गोलियत से नहीं लड़ सकते। तुम सैनिक भी नहीं हो! तुम अभी बच्चे हो और गोलियत जब बच्चा था, तभी से युद्धों में लड़ रहा है।”
ساؤل بولا، ”آپ؟ آپ جیسا لڑکا کس طرح اُس کا مقابلہ کر سکتا ہے؟ آپ تو ابھی بچے سے ہو جبکہ وہ تجربہ کار جنگجو ہے جو جوانی سے ہتھیار استعمال کرتا آیا ہے۔“
किन्तु दाऊद ने शाऊल से कहा, “मैं आपका सेवक हूँ और मैं अपने पिता की भेड़ों की रखवाली भी करता रहा हूँ। यदि कोई शेर या रीछ आता और झुंड से किसी भेड़ को उठा ले जाता।
لیکن داؤد نے اصرار کیا، ”مَیں اپنے باپ کی بھیڑبکریوں کی نگرانی کرتا ہوں۔ جب کبھی کوئی شیرببر یا ریچھ ریوڑ کا جانور چھین کر بھاگ جاتا
तो मैं उसका पीछा करता था। मैं उस जंगली जानवर पर आक्रमण करता था और उसके मुँह से भेड़ को बचा लेता था और उससे युद्ध करता था तथा उसे मार डालता था।
تو مَیں اُس کے پیچھے جاتا اور اُسے مار مار کر بھیڑ کو اُس کے منہ سے چھڑا لیتا تھا۔ اگر شیر یا ریچھ جواب میں مجھ پر حملہ کرتا تو مَیں اُس کے سر کے بالوں کو پکڑ کر اُسے مار دیتا تھا۔
मैंने एक शेर और एक रीछ को मार डाला है! मैं उस विदेशी गोलियत को वैसे ही मार डालूँगा। गोलियत मरेगा, क्योंकि उसने साक्षात परमेश्वर की सेना का मजाक उड़ाया है।
اِس طرح آپ کے خادم نے کئی شیروں اور ریچھوں کو مار ڈالا ہے۔ یہ نامختون بھی اُن کی طرح ہلاک ہو جائے گا، کیونکہ اُس نے زندہ خدا کی فوج کی بدنامی کر کے اُسے چیلنج کیا ہے۔
यहोवा ने मुझे शेर और रीछ से बचाया है। यहोवा इस पलिश्ती गोलियत से भी मेरी रक्षा करेगा।” शाऊल ने दाऊद से कहा, “जाओ यहोवा तुम्हारे साथ हो।”
جس رب نے مجھے شیر اور ریچھ کے پنجے سے بچا لیا ہے وہ مجھے اِس فلستی کے ہاتھ سے بھی بچائے گا۔“ ساؤل بولا، ”ٹھیک ہے، جائیں اور رب آپ کے ساتھ ہو۔“
शाऊल ने अपने वस्त्र दाऊद को पहनाये। शाऊल ने एक काँसे का टोप दाऊद के सिर पर रखा और उसके शरीर पर कवच पहनाया।
اُس نے داؤد کو اپنا زرہ بکتر اور پیتل کا خود پہنایا۔
दाऊद ने तलवार ली और चारों ओर चलने का प्रयत्न किया। इस प्रकार दाऊद ने शाऊल की वर्दी को पहनने का प्रयत्न किया। किन्तु दाऊद को उन भारी चीज़ों को पहनने का अभ्यास नहीं था। दाऊद ने शाऊल से कहा, “मैं इन चीज़ों के साथ नहीं लड़ सकता। मेरा अभ्यास इनके लिये नहीं है।” इसलिये दाऊद ने उन सब को उतार दिया।
پھر داؤد نے ساؤل کی تلوار باندھ کر چلنے کی کوشش کی۔ لیکن اُسے بہت مشکل لگ رہا تھا۔ اُس نے ساؤل سے کہا، ”مَیں یہ چیزیں پہن کر نہیں لڑ سکتا، کیونکہ مَیں اِن کا عادی نہیں ہوں۔“ اُنہیں اُتار کر
दाऊद ने अपनी छड़ी अपने हाथों में ली। घाटी से दाऊद ने पाँच चिकने पत्थर चुने। उसने पाँचों पत्थरों को अपने गड़रिये वाले थैले में रखा। उसने अपना गोफन (गुलेल) अपने हाथों में लिया और वह पलिश्ती (गोलियत) से मिलने चल पड़ा।
اُس نے ندی سے پانچ چِکنے چِکنے پتھر چن کر اُنہیں اپنی چرواہے کی تھیلی میں ڈال لیا۔ پھر چرواہے کی اپنی لاٹھی اور فلاخن پکڑ کر وہ دیو سے لڑنے کے لئے اسرائیلی صفوں سے نکلا۔
पलिश्ती (गोलियत) धीरे—धीरे दाऊद के समीप और समीपतर होता गया। गोलियत का सहायक उसकी ढाल लेकर उसके आगे चल रहा था।
جالوت داؤد کی جانب بڑھا۔ ڈھال کو اُٹھانے والا اُس کے آگے آگے چل رہا تھا۔
गोलियत ने दाऊद को देखा और हँसा। गोलियत ने देखा कि दाऊद सैनिक नहीं है। वह तो केवल सुनहरे बालों वाला युवक है।
اُس نے حقارت آمیز نظروں سے داؤد کا جائزہ لیا، کیونکہ وہ گورا اور خوب صورت نوجوان تھا۔
गोलियत ने दाऊद से कहा, “यह छड़ी किस लिये है? क्या तुम कुत्ते की तरह मेरा पीछा करके मुझे भगाने आये हो?” तब गोलियत ने अपने देवताओं का नाम लेकर दाऊद के विरुद्ध अपशब्द कहे।
وہ گرجا، ”کیا مَیں کُتا ہوں کہ تُو لاٹھی لے کر میرا مقابلہ کرنے آیا ہے؟“ اپنے دیوتاؤں کے نام لے کر وہ داؤد پر لعنت بھیج کر
गोलियत ने दाऊद से कहा, “यहाँ आओ, मैं तुम्हरे शरीर को पक्षियों और पशूओं को खिला दूँगा!”
چلّایا، ”اِدھر آ تاکہ مَیں تیرا گوشت پرندوں اور جنگلی جانوروں کو کھلاؤں۔“
दाऊद ने पलिश्ती (गोलियत) से कहा, “तुम मेरे पास तलवार, बर्छा और भाला चलाने आये हो। किन्तु मैं तुम्हारे पास इस्राएल की सेना के परमेश्वर सर्वशक्तिमान यहोवा के नाम पर आया हूँ। तुमने उसके विरुद्ध बुरी बातें कहीं हैं।
داؤد نے جواب دیا، ”آپ تلوار، نیزہ اور شمشیر لے کر میرا مقابلہ کرنے آئے ہیں، لیکن مَیں رب الافواج کا نام لے کر آتا ہوں، اُسی کا نام جو اسرائیلی فوج کا خدا ہے۔ کیونکہ آپ نے اُسی کو چیلنج کیا ہے۔
आज यहोवा तुमको मेरे द्वारा पराजित कराएगा। मैं तुमको मार डालूँगा। आज मैं तुम्हारा सिर काट डालूँगा और तुम्हारे शरीर को पक्षियों और जंगली जानवरों को खिला दूँगा। हम लोग अन्य पलिश्तियों के साथ भी यही करेंगे। तब सारा संसार जानेगा कि इस्राएल में परमेश्वर है!
آج ہی رب آپ کو میرے ہاتھ میں کر دے گا، اور مَیں آپ کا سر قلم کر دوں گا۔ اِسی دن مَیں فلستی فوجیوں کی لاشیں پرندوں اور جنگلی جانوروں کو کھلا دوں گا۔ تب تمام دنیا جان لے گی کہ اسرائیل کا خدا ہے۔
यहाँ इकट्ठे सभी लोग जानेंगे कि लोगों की रक्षा के लिये यहोवा को तलवार और भाले की आवश्यकता नहीं। युद्ध यहोवा का है और यहोवा तुम सभी पलिश्तियों को हराने में हमारी सहायता करेगा।”
سب جو یہاں موجود ہیں پہچان لیں گے کہ رب کو ہمیں بچانے کے لئے تلوار یا نیزے کی ضرورت نہیں ہوتی۔ وہ خود ہی جنگ کر رہا ہے، اور وہی آپ کو ہمارے قبضے میں کر دے گا۔“
पलिश्ती (गोलियत) दाऊद पर आक्रमण करने उसके पास आया। दाऊद गोलियत से भिड़ने के लिये तेजी से दौड़ा
جالوت داؤد پر حملہ کرنے کے لئے آگے بڑھا، اور داؤد بھی اُس کی طرف دوڑا۔
दाऊद ने एक पत्थर अपने थैले से निकाला। उसने उसे अपने गोफन (गुलेल) पर चढ़ाया और उसे चला दिया। पत्थर गुलेल से उड़ा और उसने गोलियत के माथे पर चोट की। पत्थर उसके सिर में गहरा घुस गया और गोलियत मुँह के बल गिर पड़ा।
چلتے چلتے اُس نے اپنی تھیلی سے پتھر نکالا اور اُسے فلاخن میں رکھ کر زور سے چلایا۔ پتھر اُڑتا اُڑتا دیو کے ماتھے پر جا لگا۔ وہ کھوپڑی میں دھنس گیا، اور دیو منہ کے بل گر گیا۔
इस प्रकार दाऊद ने एक गोफन और एक पत्थर से पलिश्ती को हरा दिया। उसने पलिश्ती पर चोट की और उसे मार डाला। दाऊद के पास कोई तलवार नहीं थी।
یوں داؤد فلاخن اور پتھر سے فلستی دیو پر غالب آیا۔ تب اُس نے جالوت کی طرف دوڑ کر اُسی کی تلوار میان سے کھینچ کر دیو کا سر کاٹ ڈالا۔ جب فلستیوں نے دیکھا کہ ہمارا پہلوان ہلاک ہو گیا ہے تو وہ بھاگ نکلے۔
इसलिए दाऊद दौड़ा और पलिश्ती की बगल में खड़ा हो गया। दाऊद ने गोलियत की तलवार उसकी म्यान से निकाली और उससे गोलियत का सिर काट डाला और इस तरह दाऊद ने पलिश्ती को मार डाला। जब अन्य पलिश्तियों ने देखा कि उनका वीर मारा गया तो वे मुड़े और भाग गए।
یوں داؤد فلاخن اور پتھر سے فلستی دیو پر غالب آیا۔ تب اُس نے جالوت کی طرف دوڑ کر اُسی کی تلوار میان سے کھینچ کر دیو کا سر کاٹ ڈالا۔ جب فلستیوں نے دیکھا کہ ہمارا پہلوان ہلاک ہو گیا ہے تو وہ بھاگ نکلے۔
इस्राएल और यहूदा के सैनिकों ने जयघोष किया और पलिश्तियों का पीछा करने लगे। इस्राएलियों ने लगातार गत की सीमा और एक्रोन के द्वार तक पलिश्तियों का पीछा किया। उन्होंने अनेकों पलिश्ती मार गिराए। उनके शव शारैंम सड़क पर गत और एक्रोन तक लगातार बिछ गए।
اسرائیل اور یہوداہ کے مرد فتح کے نعرے لگا لگا کر فلستیوں پر ٹوٹ پڑے۔ اُن کا تعاقب کرتے کرتے وہ جات اور عقرون کے دروازوں تک پہنچ گئے۔ جو راستہ شعریم سے جات اور عقرون تک جاتا ہے اُس پر ہر طرف فلستیوں کی لاشیں نظر آئیں۔
पलिश्तियों का पीछा करने के बाद इस्राएली पलिश्तियों के डेरे में लौटे। इस्राएली उस डेरे से बहुत सी चीज़ें ले गये।
پھر اسرائیلیوں نے واپس آ کر فلستیوں کی چھوڑی ہوئی لشکرگاہ کو لُوٹ لیا۔
दाऊद पलिश्ती का सिर यरूशलेम ले गया। दाऊद ने पलिश्तियों के शस्त्रों को अपने पास अपने डेरे में रखा।
بعد میں داؤد جالوت کا سر یروشلم کو لے آیا۔ دیو کے ہتھیار اُس نے اپنے خیمے میں رکھ لئے۔
शाऊल ने दाऊद को गोलियत से लड़ने के लिये जाते देखा था। शाऊल ने सेनापति अब्नेर से बातें कीं, “अब्नेर, उस युवक का पिता कौन है?” अब्नेर ने उत्तर दिया, “महाराज, मैं शपथ खाकर कहता हूँ—मैं नहीं जानता।”
جب داؤد جالوت سے لڑنے گیا تو ساؤل نے فوج کے کمانڈر ابنیر سے پوچھا، ”اِس جوان آدمی کا باپ کون ہے؟“ ابنیر نے جواب دیا، ”آپ کی حیات کی قَسم، مجھے معلوم نہیں۔“
राजा शाऊल ने कहा, “पता लगाओ कि उस युवक का पिता कौन है?”
بادشاہ بولا، ”پھر پتا کریں!“
जब दाऊद गोलियत को मारने के बाद लौटा तो अब्नेर उसे शाऊल के पास लाया। दाऊद तब भी पलिश्ती का सिर हाथ में पकड़े हुआ था।
جب داؤد دیو کا سر قلم کر کے واپس آیا تو ابنیر اُسے بادشاہ کے پاس لایا۔ داؤد ابھی جالوت کا سر اُٹھائے پھر رہا تھا۔
शाऊल ने पुछा, “युवक तुम्हारा पिता कौन है?” दाऊद ने उत्तर दिया, “मैं आपके सेवक बेतलेहेम के यिशै का पुत्र हूँ।”
ساؤل نے پوچھا، ”آپ کا باپ کون ہے؟“ داؤد نے جواب دیا، ”مَیں بیت لحم کے رہنے والے آپ کے خادم یسّی کا بیٹا ہوں۔“