जो थोड़ा समय मेरा बचा है उसे मुझको जी लेने दो, इससे पहले कि मैं वहाँ चला जाऊँ जिस स्थान को कोई नहीं देख पाता अर्थात् अधंकार, विप्लव और गड़बड़ी का स्थान।
उस स्थान में यहाँ तक कि प्रकाश भी अंधकारपूर्ण होता है।”
γην γνοφεραν, ως το σκοτος της σκιας του θανατου, οπου ταξις δεν ειναι, και το φως ειναι ως το σκοτος.