शत्रु नष्ट हो गया है!
हे यहोवा, तूने उनके नगर मिटा दिये हैं! उनके भवन अब खण्डहर मात्र रह गये हैं।
उन बुरे व्यक्तियों की हमें याद तक दिलाने को कुछ भी नहीं बचा है।
अन्य जातियों ने गड्ढे खोदे ताकि लोग उनमें गिर जायें,
किन्तु वे अपने ही खोदे गड्ढे में स्वयं समा जायेंगे।
दुष्ट जन ने जाल छिपा छिपा कर बिछाया, ताकि वे उसमें दूसरे लोगों को फँसा ले।
किन्तु उनमें उनके ही पाँव फँस गये।
कभी—कभी लगता है जैसे परमेश्वर दुखियों को पीड़ा में भूल जाता है।
यह ऐसा लगता जैसे दीन जन आशाहीन हैं।
किन्तु परमेश्वर दीनों को सदा—सर्वदा के लिये कभी नहीं भूलता।