ויאמר אליהם לכו אל הכפר אשר ממולכם והיה כבאכם שמה תמצאו עיר אסור אשר לא ישב עליו אדם אותו התירו והביאו׃
यह कह कर सामने के गाँव में भेजा, “जाओ वहाँ जैसे ही तुम गाँव में प्रवेश करोगे एक गधी का बच्चा बँधा हुआ मिलेगा जिस पर पहले कभी कोई नहीं चढ़ा। उसे खोल कर यहाँ ले आओ।
ויבא ישוע ירושלים ואל בית המקדש וירא ויתבונן על הכל והיום רפה לערוב ויצא אל בית היני עם שנים העשר׃
फिर उसने यरूशलेम में प्रवेश किया और मन्दिर में गया। उसने चारों ओर की हर वस्तु को देखा क्योंकि शाम को बहुत देर हो चुकी थी, वह बारहों शिष्यों के साथ बैतनिय्याह को चला गया।
וירא תאנה מרחוק ולא עלים ויבא לראות הימצא בה פרי ויקרב אליה ולא מצא בה כי אם עלים לבד כי לא היתה עת תאנים׃
थोड़ी दूर पर उसे अंजीर का एक हरा भरा पेड़ दिखाई दिया। यह देखने के लिये वह पेड़ के पास पहुँचा कि कहीं उसे उसी पर कुछ मिल जाये। किन्तु जब वह वहाँ पहुँचा तो उसे पत्तों के सिवाय कुछ न मिला क्योंकि अंजीरों की ऋतु नहीं थी।
ויבאו ירושלים ויבא ישוע אל המקדש ויחל לגרש משם את המוכרים ואת הקונים ויהפך את שלחנות השלחנים ואת מושבות מכרי היונים׃
फिर वे यरूशलेम को चल पड़े। जब उन्होंने मन्दिर में प्रवेश किया तो यीशु ने उन लोगों को जो मन्दिर में ले बेच कर रहे थे, बाहर निकालना शुरु कर दिया। उसने पैसे का लेन देन करने वालों की चौकियाँ उलट दीं और कबूतर बेचने वालों के तख्त पलट दिये।
וילמד ויאמר להם הלא כתוב כי ביתי בית תפלה יקרא לכל העמים ואתם עשיתם אתו מערת פריאים׃
फिर उसने शिक्षा देते हुए उनसे कहा, “क्या शास्त्रों में यह नहीं लिखा है, ‘मेरा घर सभी जाति के लोगों के लिये प्रार्थना-गृह कहलायेगा?’ किन्तु तुमने उसे ‘चोरों का अड्डा’ बना दिया है।”
וישמעו הסופרים וראשי הכהנים ויתנכלו אתו להשמידו כי יראו מפניו יען אשר כל העם משתוממים על תורתו׃
जब प्रमुख याजकों और धर्मशास्त्रियों ने यह सुना तो वे उसे मारने का कोई रास्ता ढूँढने लगे। क्योंकि भीड़ के सभी लोग उसके उपदेश से चकित थे। इसलिए वे उससे डरते थे।
כי אמן אמר אני לכם כל אשר יאמר אל ההר הזה הנשא והעתק אל תוך הים ואין ספק בלבבו כי אם יאמין כי יהיה כאשר אמר כן גם יהיה לו׃
मैं तुमसे सत्य कहता हूँ: यदि कोई इस पहाड़ से यह कहे, ‘तू उखड़ कर समुद्र में जा गिर’ और उसके मन में किसी तरह का कोई संदेह न हो बल्कि विश्वास हो कि जैसा उसने कहा है, वैसा ही हो जायेगा तो उसके लिये वैसा ही होगा।
וכי תעמדו להתפלל תסלחו לכל איש את אשר בלבבכם עליו למען יסלח לכם אביכם שבשמים אף הוא את פשעיכם׃
और जब कभी तुम प्रार्थना करते खड़े होते हो तो यदि तुम्हें किसी से कोई शिकायत है तो उसे क्षमा कर दो ताकि स्वर्ग में स्थित तुम्हारा परम पिता तुम्हारे पापों के लिए तुम्हें भी क्षमा कर दे।”
ויחשבו כה וכה בקרבם לאמר אם נאמר מן השמים יאמר מדוע אפוא לא האמנתם לו׃
वे यीशु के प्रश्न पर यह कहते हुए आपस में विचार करने लगे, “यदि हम यह कहते हैं, ‘यह उसे स्वर्ग से प्राप्त हुआ था,’ तो यह कहेगा, ‘तो तुम उसका विश्वास क्यों नहीं करते?’
או הנאמר מבני אדם וייראו את העם כי כלם חשבו את יוחנן לנביא באמת׃
किन्तु यदि हम यह कहते हैं, ‘वह मनुष्य से प्राप्त हुआ था,’ तो लोग हम पर ही क्रोध करेंगे।” (वे लोगों से बहुत डरते थे क्योंकि सभी लोग यह मानते थे कि यूहन्ना वास्तव में एक भविष्यवक्ता है।)
ויענו ויאמרו אל ישוע לא ידענו ויען ישוע ויאמר אליהם אם כן גם אני לא אמר לכם באי זו רשות אני עשה אלה׃
इसलिये उन्होंने यीशु को उत्तर दिया, “हम नहीं जानते।” इस पर यीशु ने उनसे कहा, “तो फिर मैं भी तुम्हें नहीं बताऊँगा कि मैं ये कार्य किस अधिकार से करता हूँ।”