घुंघरूओं की छमछम पर,
पशुओं को लिए पानी वाले कूपों पर,
वे यहोवा की विजय की कथाओं को कहते हैं,
इस्राएल में यहोवा और उसके वीरों की विजय—कथा कहते हैं।
उस समय यहोवा के लोग नगर—द्वारों पर लड़े और विजयी हुये!
“एप्रैम के कुछ लोग
अमालेक के पहाड़ी प्रदेश में बसे।
ऐ बिन्यामीन, तुम्हारे बाद वे लोग
और तुम्हारे लोग आए।
माकीर के परिवार समूह से
सेनापति आगे आए।
काँसे के दण्ड सहित नायक आए
जबूलून परिवार समूह से।
इस्साकार के नेता दबोरा के साथ थे।
इस्साकर का परिवार समूह बाराक के प्रति सच्चा था।
वे वयक्ति पैदल ही घाटी में भेजे गए।
“रूबेन के सैनिक बड़बड़ाए, वे क्या करें।
भेड़शाले के दीवार से लगे क्यों तुम सभी बैठे हो?
रूबेन के वीर सैनिकों ने युद्ध का दृढ़ निश्चय किया।
किन्तु वे अपनी भेड़ों के लिए संगीत को सुनते रहे घर बैठे।
गिलाद के लोग यरदन नदी के पार अपने डेरों मे पड़े रहे।
ऐ, दान के लोगो, जहाँ तक बात तुम्हारी है—तुम जहाजों के साथ क्यों चिपके रहे?
आशेर के लोग सागर तट पर पड़े रहे।
उन्होंने अपने सुरक्षित बन्दरगाहों में डेरा डाला।
याएल बाहर गई, लाई खूँटी तम्बू की।
उसके दायें कर में हथौड़ा आया श्रमिक काम लाते जिसे और उसने सीसरा पर चलाया हथौड़ा।
उसने किया चूर सिर उसका,
उसने उसके सिर को बेधा एक ओर से।
“सीसरा की माँ, देखती खिड़की से और पर्दो से
झाँकती हुई चीख उठी।
‘सीसरा के रथ को विलम्ब क्यों आने में?
सीसरा के रथ के अश्वों के हिनहिनाने में देर क्यों?’
‘निश्चय ही उन्होंने विजय पाई है
निश्चय ही पराजितों की वस्तुएँ वे ले रहे हैं!
निश्चय ही वे बाँटते हैं आपस में वस्तुओं को!
एक लड़की या दो, दी जा रही हर सैनिक को।
संभवत: सीसरा ले रहा है, कोई रंगा वस्त्र।
संभवत: एक कढ़े वस्त्र का टुकड़ा हो, या विजेता सीसरा पहनने के लिए, दे कढ़े किनारी युक्त वस्त्र।’
“हे यहोवा! इस तरह तेरे, सब शत्रु मर—मिट जायें।
किन्तु वे लोग सब जो प्यार करते हैं तुझको ज्वलित दीप्त सूर्य सम शक्तिशाली बने!”
इस प्रकार उस प्रदेश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही।