Isaiah 28

vae coronae superbiae ebriis Ephraim et flori decidenti gloriae exultationis eius qui erant in vertice vallis pinguissimae errantes a vino
शोमरोन को देखो! एप्रैम के मदमस्त लोग उस नगर पर गर्व करते हैं। वह नगर पहाड़ी पर बसा है जिसके चारों तरफ एक सम्पन्न घाटी है। शोमरोन के वासी यह सोचा करते हैं कि उनका नगर फूलों के मुकुट सा है। किन्तु वे दाखमधु से धुत्त हैं और यह “सुन्दर मुकुट” मुरझाये पौधे सा है।
ecce validus et fortis Domini sicut impetus grandinis turbo confringens sicut impetus aquarum multarum inundantium et emissarum super terram spatiosam
देखो, मेरे स्वामी के पास एक व्यक्ति है जो सुदृढ़ और वीर है। वह व्यक्ति इस देश में इस प्रकार आयेगा जैसे ओलों और वर्षा का तूफान आता है। वह देश में इस प्रकार आयेगा जैसे बाढ़ आया करती है। वह शोमरोन के मुकुट को धरती पर उतार फेंकेगा।
pedibus conculcabitur corona superbiae ebriorum Ephraim
नशे में धुत्त एप्रैम के लोग अपने “सुन्दर मुकुट” पर गर्व करते हैं किन्तु वह नगरी पाँव तले रौंदी जायेगी।
et erit flos decidens gloriae exultationis eius qui est super verticem vallis pinguium quasi temporaneum ante maturitatem autumni quod cum aspexerit videns statim ut manu tenuerit devorabit illud
वह नगर पहाड़ी पर बसा है जिस के चारों तरफ एक सम्पन्न घाटी है किन्तु वह “फूलों का सुन्दर मुकुट” बस एक मुरझाता हुआ पौधा है। वह नगर गर्मी में अंजीर के पहले फल के समान होगा। जब कोई उस पहली अंजीर को देखता है तो जल्दी से तोड़कर उसे चट कर जाता है।
in die illa erit Dominus exercituum corona gloriae et sertum exultationis residuo populi sui
उस समय, सर्वशक्तिमान यहोवा “सुन्दर मुकुट” बनेगा। वह उन बचे हुए अपने लोगों के लिये “फूलों का शानदार मुकुट” होगा।
et spiritus iudicii sedenti super iudicium et fortitudo revertentibus de bello ad portam
फिर यहोवा उन न्यायाधीशों को बुद्धि प्रदान करेगा जो उसके अपने लोगों का शासन करते हैं। नगर द्वारों पर युद्धों में लोगों को यहोवा शक्ति देगा।
verum hii quoque prae vino nescierunt et prae ebrietate erraverunt sacerdos et propheta nescierunt prae ebrietate absorti sunt a vino erraverunt in ebrietate nescierunt videntem ignoraverunt iudicium
किन्तु अभी वे मुखिया लोग मदमत्त हैं। याजक और नबी सभी दाखमधु और सुरा से धुत्त हैं। वे लड़खड़ाते हैं और नीचे गिर पड़ते हैं। नबी जब अपने सपने देखते हैं तब वे पिये हुए होते हैं। न्यायाधीश जब न्याय करते हैं तो वे नशे में डूबे हुए होते हैं।
omnes enim mensae repletae sunt vomitu sordiumque ita ut non esset ultra locus
हर खाने की मेज उल्टी से भरी हुई है। कहीं भी कोई स्वच्छ स्थान नहीं रहा है।
quem docebit scientiam et quem intellegere faciet auditum ablactatos a lacte apulsos ab uberibus
वे कहा करते हैं, यह व्यक्ति कौन है यह किसे शिक्षा देने की कोशिश कर रहा है वह अपने सन्देश किसे समझा रहा है क्या उन बच्चों को जिनका अभी—अभी दूध छुड़ाया गया है क्या उन बच्चों को जिन्हें अभी—अभी अपनी माताओं की छाती से दूर किया गया है
quia manda remanda manda remanda expecta reexpecta expecta reexpecta modicum ibi modicum ibi
इसीलिए यहोवा उन से इस प्रकार बोलता है जैसे वे दूध मुँहे बच्चे हों। सौ लासौ सौ लासौ काव लाकाव काव लाकाव ज़ेईर शाम ज़ेईर शाम।
in loquella enim labii et lingua altera loquetur ad populum istum
फिर यहोवा उन लोगों से बात करेगा उसके होंठ काँपते हुए होंगे और वह उन लोगों से बातें करने में दूसरी विचित्र भाषा का प्रयोग करेगा।
cui dixit haec requies reficite lassum et hoc est meum refrigerium et noluerunt audire
यहोवा ने पहले उन लोगों से कहा था, “यहाँ विश्राम का एक स्थान है। थके मांदे लोगों को यहाँ आने दो और विश्राम पाने दो। यह शांति का ठौर है।” किन्तु लोगों ने परमेश्वर की सुननी नहीं चाही।
et erit eis verbum Domini manda remanda manda remanda expecta reexpecta expecta reexpecta modicum ibi modicum ibi ut vadant et cadant retrorsum et conterantur et inlaqueentur et capiantur
सो परमेश्वर के वचन किसी विचित्र भाषा के जैसे हो जाएँगे। “सौ लासौ सौ लासौ काव लाकाव काव लाकाव ज़ेईर शाम ज़ेईर शाम।” सो लोग जब चलेंगे तो पीछे की ओर लुढ़क जाएँगे और जख्मी होंगे। लोगों को फँसा लिया जाएगा और वे पकड़े जाएँगे।
propter hoc audite verbum Domini viri inlusores qui dominamini super populum meum qui est in Hierusalem
हे, यरूशलेम के आज्ञा नहीं माननेवाले अभिमानी मुखियाओं, तुम यहोवा का सन्देश सुनो।
dixistis enim percussimus foedus cum morte et cum inferno fecimus pactum flagellum inundans cum transierit non veniet super nos quia posuimus mendacium spem nostram et mendacio protecti sumus
तुम लोग कहते हो, “हमने मृत्यु के साथ एक वाचा किया है। शेओल (मृत्यु का प्रदेश) के साथ हमारा एक अनुबन्ध है। इसलिए हम दण्डित नहीं होंगे। दण्ड हमें हानि पहुँचाये बिना हमारे पास से निकल जायेगा। अपनी चालाकियों और अपनी झूठों के पीछे हम छिप जायेंगे।”
idcirco haec dicit Dominus Deus ecce ego mittam in fundamentis Sion lapidem lapidem probatum angularem pretiosum in fundamento fundatum qui crediderit non festinet
इन बातों के कारण मेरा स्वामी यहोवा कहता है: “मैं एक पत्थर—एक कोने का पत्थर—सिय्योन में धरती पर गाड़ूँगा। यह एक अत्यन्त मूल्यवान पत्थर होगा। इस अति महत्त्वपूर्ण पत्थर पर ही हर किसी वस्तु का निर्माण होगा। जिसमें विश्वास होगा, वह कभी घबराएगा नहीं।
et ponam iudicium in pondere et iustitiam in mensura et subvertet grando spem mendacii et protectionem aquae inundabunt
“लोग दीवार की सीध देखने के लिये जैसे सूत डाल कर देखते हैं, वैसे ही मैं जो उचित है उसके लिए न्याय और खरेपन का प्रयोग करुँगा। “तुम दुष्ट लोग अपनी झूठों और चालाकियों के पीछे अपने को छुपाने का जतन कर रहे हो, किन्तु तुम्हें दण्ड दिया जायेगा। यह दण्ड ऐसा ही होगा जैसे तुम्हारे छिपने के स्थानों को नष्ट करने के लिए कोई तूफान या कोई बाढ़ आ रही हो।
et delebitur foedus vestrum cum morte et pactum vestrum cum inferno non stabit flagellum inundans cum transierit eritis ei in conculcationem
मृत्यु के साथ तुम्हारे वाचा को मिटा दिया जायेगा। अधोलोक के साथ हुआ तुम्हारा सन्धि भी तुम्हारी सहायता नहीं करेगा। “जब भयानक दण्ड तुम पर पड़ेगा तो तुम कुचले जाओगे।
quandocumque pertransierit tollet vos quoniam mane diluculo pertransibit in die et in nocte et tantummodo sola vexatio intellectum dabit auditui
वह हर बार जब आएगा तुम्हें वहाँ ले जाएगा। तुम्हारा दण्ड भयानक होगा। तुम्हें सुबह दर सुबह और दिन रात दण्ड मिलेगा। “तब तुम इस कहानी को समझोगे:
coangustatum est enim stratum ita ut alter decidat et pallium breve utrumque operire non potest
कोई पुरुष एक ऐसे बिस्तर पर सोने का जतन कर रहा था जो उसके लिये बहुत छोटा था। उसके पास एक कंबल था जो इतना चौड़ा नहीं था कि उसे ढक ले। सो वह बिस्तर और वह कम्बल उसके लिए व्यर्थ रहे और देखो तुम्हारा वाचा भी तुम्हारे लिये ऐसा ही रहेगा।”
sicut enim in monte Divisionum stabit Dominus sicut in valle quae est in Gabao irascetur ut faciat opus suum alienum opus eius ut operetur opus suum peregrinum est opus ab eo
यहोवा वैसे ही युद्ध करेगा जैसे उसने पराजीम नाम के पहाड़ पर किया था। यहोवा वैसे ही कुपित होगा जैसे वह गिबोन की घाटी में हुआ था। तब यहोवा उन कामों को करेगा जो उसे निश्चय ही करने हैं। यहोवा कुछ विचित्र काम करेगा। किन्तु वह अपने काम को पूरा कर देगा। उसका काम किसी एक अजनबी का काम है।
et nunc nolite inludere ne forte constringantur vincula vestra consummationem enim et adbreviationem audivi a Domino Deo exercituum super universam terram
अब तुम्हें इन बातों का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए। यदि तुम ऐसा करोगे तो तुम्हारे बन्धन की रस्सियाँ और अधिक कस जायेंगी। सर्वशक्तिमान यहोवा ने इस समूचे प्रदेश को नष्ट करने की ठान ली है। जो शब्द मैंने सुने थे, अटल हैं। सो वे बातें अवश्य घटित होंगी।
auribus percipite et audite vocem meam adtendite et audite eloquium meum
जो सन्देश मैं तुम्हें सुना रहा हूँ, उसे ध्यान से सुनो।
numquid tota die arabit arans ut serat proscindet et sariet humum suam
क्या कोई किसान अपने खेत को हर समय जोतता रहता है नहीं! क्या वह माटी को हर समय संवारता रहता है नहीं!
nonne cum adaequaverit faciem eius seret gith et cyminum sparget et ponet triticum per ordinem et hordeum et milium et viciam in finibus suis
किसान अपनी धरती को तैयार करता है, और फिर उसमें बीज अलग अलग डालता है। किसान अलग—अलग बीजों की रुपाई, ढंग से करता है। किसान सौंफ के बीज बिखेरता है। किसान अपने खेत पर जीरे के बीज बिखेरता है और एक किसान कठिये गेंहूँ को बोता है। एक किसान खास स्थान पर जौ लगाता है। एक किसान कठिये गेंहूँ के बीजों को खेत की मेंड़ पर लगाता है।
et erudiet eum illud in iudicio Deus suus docebit eum illud
उसका परमेश्वर उसको शिक्षा देता है और अच्छे प्रकार से उसे निर्देश देता है।
non enim in serris triturabitur gith nec rota plaustri super cyminum circumiet sed in virga excutietur gith et cyminum in baculo
क्या कोई किसान तेज़ दाँतदार तख़्तों का प्रयोग सौंफ के दानों को गहाने के लिये करता है नहीं! क्या कोई किसान जीरे को गहाने के लिए किसी छकड़े का प्रयोग करता है नहीं! एक किसान इन मसालों के बीजों के छिलके उतारने के लिये एक छोटे से डण्डे का प्रयोग ही करता है।
panis autem comminuetur verum non in perpetuum triturans triturabit illum neque vexabit eum rota plaustri nec in ungulis suis comminuet eum
रोटी के लिए अनाज को पीसा जाता है, पर लोग उसे सदा पीसते ही तो नहीं रहते। अनाज को दलने के लिए कोई घोड़ों से जुती गाड़ी का पहिया अनाज पर फिरा सकता है किन्तु वह अनाज को पीस—पीस कर एक दम मैदा जैसा तो नहीं बना देता।
et hoc a Domino Deo exercituum exivit ut mirabile faceret consilium et magnificaret iustitiam
सर्वशक्तिमान यहोवा से यह पाठ मिलता है। यहोवा अद्भुत सलाह देता है। यहोवा सचमुच बहुत बुद्धिमान है।