II Chronicles 17

Y REINÓ en su lugar Josaphat su hijo, el cual prevaleció contra Israel.
आसा के स्थान पर यहोशापात यहूदा का नया राजा हुआ। यहोशापात आसा का पुत्र था। यहोशापात ने यहूदा को शक्तिशाली बनाया जिससे वे इस्राएल के विरुद्ध लड़ सकते थे।
Y puso ejército en todas las ciudades fuertes de Judá, y colocó gente de guarnición, en tierra de Judá, y asimismo en las ciudades de Ephraim que su padre Asa había tomado.
उसने यहूदा के उन सभी नगरों में सेना की टुकड़ियाँ रखीं जो किले बना दिये गए थे। यहोशापात ने यहूदा और एप्रैम के उन नगरों में किले बनाए जिन्हें उसके पिता ने अपने अधिकार में किया था।
Y fué JEHOVÁ con Josaphat, porque anduvo en los primeros caminos de David su padre, y no buscó á los Baales;
यहोवा यहोशापात के साथ था क्योंकि उसने वे अच्छे काम किये जिन्हें उसके पूर्वज दाऊद ने किया था। यहोशापात ने बाल की मूर्तियों का अनुसरण नहीं किया।
Sino que buscó al Dios de su padre, y anduvo en sus mandamientos, y no según las obras de Israel.
यहोशापात ने उस परमेश्वर को खोजा जिसका अनुसरण उसके पूर्वज करते थे। उसने परमेश्वर के आदेशों का पालन किया। वह उस तरह नहीं रहा जैसे इस्राएल के अन्य लोग रहते थे।
JEHOVÁ por tanto confirmó el reino en su mano, y todo Judá dió á Josaphat presentes; y tuvo riquezas y gloria en abundancia.
यहोवा ने यहोशापात को यहूदा का शक्तिशाली राजा बनाया। यहूदा के सभी लोग यहोशापात को भेंट लाए। इस प्रकार यहोशापात के पास बहुत सी सम्पत्ति और सम्मान दोनों थे।
Y animóse su corazón en los caminos de JEHOVÁ, y quitó los altos y los bosques de Judá.
यहोशापात का हृदय यहोवा के मार्ग पर चलने में आनन्दित था। उसने उच्च स्थानों और अशेरा के स्तम्भों को यहूदा देश से बाहर किया।
Al tercer año de su reinado envió sus príncipes Ben-hail, Obdías, Zachârías, Nathaniel y Michêas, para que enseñasen en las ciudades de Judá;
यहोशापात ने अपने प्रमुखों को यहूदा के नगरों में उपदेश देने के लिये भेजा। यह यहोशापात के राज्यकाल के तीसरे वर्ष हुआ। वे प्रमुख बेन्हैल, ओबद्याह, जकर्याह, नतनेल और मीकायाह थे।
Y con ellos á los Levitas, Semeías, Nethanías, Zebadías, y Asael, y Semiramoth, y Jonathán, y Adonías, y Tobías, y Tobadonías, Levitas; y con ellos á Elisama y á Joram, sacerdotes.
यहोशापात ने इन प्रमुखों के साथ लेवीवंशियों को भी भेजा। ये लेवीवंशी शमायाह, नतन्याह, असाहेल, शमीरामोत, यहोनातान, अदोनिय्याह और तोबिय्याह थे। यहोशापात ने याजक एलीशामा और यहोराम को भेजा।
Y enseñaron en Judá, teniendo consigo el libro de la ley de JEHOVÁ, y rodearon por todas las ciudades de Judá enseñando al pueblo.
उन प्रमुखों, लेवीवंशियों और याजकों ने यहूदा में लोगों को शिक्षा दी। उनके पास *यहोवा के नियमों की पुस्तक* थी। वे यहूदा के सभी नगरों में गये और लोगों को उन्होंने शिक्षा दी।
Y cayó el pavor de JEHOVÁ sobre todos los reinos de las tierras que estaban alrededor de Judá; que no osaron hacer guerra contra Josaphat.
यहूदा के आसपास के नगर यहोवा से डरते थे। यही कारण था कि उन्होंने यहोशापात के विरुद्ध युद्ध नहीं छेड़ा।
Y traían de los Filisteos presentes á Josaphat, y tributos de plata. Los Árabes también le trajeron ganados, siete mil y setecientos carneros y siete mil y setecientos machos de cabrío.
कुछ पलिश्ती लोग यहोशापात के पास भेंट लाए। वे यहोशापात के पास चाँदी भी लाए क्योंकि वे जानते थे कि वह बहुत शक्तिशाली राजा है। कुछ अरब के लोग यहोशापात के पास रेवड़े लाये। वे उसके पास सात हज़ार सात सौ भेड़ें और सात हज़ार सात सौ बकरियाँ लाए।
Iba pues Josaphat creciendo altamente: y edificó en Judá fortalezas y ciudades de depósitos.
यहोशापात अधिक से अधिक शक्तिशाली होता गया। उसने किले और भण्डार नगर यहूदा देश में बनाये।
Tuvo además muchas obras en las ciudades de Judá, y hombres de guerra muy valientes en Jerusalem.
उसने बहुत सी सामग्री भण्डार नगरों में रखी और यहोशापात ने यरूशलेम में प्रशिक्षित सैनिक रखे।
Y éste es el número de ellos según las casas de sus padres: en Judá, jefes de los millares: el general Adna, y con él trescientos mil hombres muy esforzados;
उन सैनिकों की अपने परिवार समूह में गिनती थी। यरूशलेम के उन सैनिकों की सूची ये हैः यहूदा के परिवार समूह से ये सेनाध्यक्ष थेः अदना तीन लाख सैनिकों का सेनाध्यक्ष था।
Después de él, el jefe Johanán, y con él doscientos y ochenta mil;
यहोहानान दो लाख अस्सी हज़ार सैनिकों का सेनाध्यक्ष था।
Tras éste, Amasías hijo de Zichri, el cual se había ofrecido voluntariamente á JEHOVÁ, y con él doscientos mil hombres valientes;
अमस्याह दो लाख सैनिकों का सेनाध्यक्ष था। अमस्याह जिक्री का पुत्र था। अमस्याह अपने को यहोवा की सेवा में अर्पित करने में प्रसन्न था।
De Benjamín, Eliada, hombre muy valeroso, y con él doscientos mil armados de arco y escudo;
बिन्यामीन के परिवार समूह से ये सेनाध्यक्ष थेः एलयादा के पास दो लाख सैनिक थे जो धनुष, बाण और ढाल का उपयोग करते थे। एल्यादा एक साहसी सैनिक था।
Tras éste, Jozabad, y con él ciento y ochenta mil apercibidos para la guerra.
यहोजाबाद के पास एक लाख अस्सी हज़ार व्यक्ति युद्ध के लिये तैयार थे।
Éstos eran siervos del rey, sin los que había el rey puesto en las ciudades de guarnición por toda Judea.
वे सभी सैनिक यहोशापात की सेवा करते थे। राजा ने पूरे यहूदा देश के किलों में अन्य व्यक्तियों को भी रखा था।