‘निश्चय ही उन्होंने विजय पाई है
निश्चय ही पराजितों की वस्तुएँ वे ले रहे हैं!
निश्चय ही वे बाँटते हैं आपस में वस्तुओं को!
एक लड़की या दो, दी जा रही हर सैनिक को।
संभवत: सीसरा ले रहा है, कोई रंगा वस्त्र।
संभवत: एक कढ़े वस्त्र का टुकड़ा हो, या विजेता सीसरा पहनने के लिए, दे कढ़े किनारी युक्त वस्त्र।’
forsitan nunc dividit spolia et pulcherrima feminarum eligitur ei vestes diversorum colorum Sisarae traduntur in praedam et supellex varia ad ornanda colla congeritur