وَيَجْعَلُونَ عَلَيْهِ جَمِيعَ أَمْتِعَتِهِ الَّتِي يَخْدِمُونَ عَلَيْهِ بِهَا: الْمَجَامِرَ وَالْمَنَاشِلَ وَالرُّفُوشَ وَالْمَنَاضِحَ، كُلَّ أَمْتِعَةِ الْمَذْبَحِ، وَيَبْسُطُونَ عَلَيْهِ غِطَاءً مِنْ جِلْدِ تُخَسٍ، وَيَضَعُونَ عِصِيَّهُ.
तब वेदी पर उपासना के लिए उपयोग में आने वाली चीजों को इकट्ठा करो। आग के तसले, माँस के लिए काँटे, बेलचे और चिलमची हैं। इन चीजों को काँसे की वेदी पर रखो। तब वेदी के ऊपर सुइसों के चमड़े का आवरण फैलाओ। वेदी में लगे कड़ों में, इसे ले जाने वाले डंडे डालो।