I Kings 1

A gdy się król Dawid zstarzał, i zaszedł w lata, chodź go odziewano szatami, przecię się zagrzać nie mógł.
इस समय दाऊद बहुत अधिक बूढ़ा हो गया था। वह अपनी गरमाई खो चुका था। उसके सेवक उसे कम्बल ओढ़ाते थे किन्तु वह फिर भी ठंडा रहता था।
I rzekli mu słudzy jego: Niech poszukają królowi, panu naszemu młodej panienki, któraby stawała przed królem, i opatrowała go, a sypiając na łonie jego, żeby zagrzewała króla, pana naszego.
इसलिये उसके सेवकों ने उससे कहा, “हम आपकी देखभाल के लिये एक युवती की खोज करेंगे। वह आपके समीप लेटेगी और आपको गरम रखेगी।”
Szukali tedy panienki pięknej po wszystkich granicach Izraelskich, i znaleźli Abisag Sunamitkę, a przywiedli ją do króla.
इसलिये राजा के सेवकों ने इस्राएल प्रदेश में चारों ओर एक युवती की खोज आरम्भ की। वे राजा को गरम रखने के लिये एक सुन्दर लकड़ी की खोज कर रहे थे। उन्हें अबीशग नाम की एक लड़की मिली। वह शूनेमिन नगर की थी। वे युवती को राजा के पास ले आए।
A ta panienka była bardzo piękna, i opatrowała króla, i służyła mu; ale jej król nie uznał.
लड़की बहुत सुन्दर थी। उसने राजा की देख—रेख और सेवा की। किन्तु राजा दाऊद ने उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं किया।
Lecz Adonijasz, syn Haggity, wynosił się, mówiąc: Ja będę królował. I nasprawiał sobie wozów i jezdnych, i pięćdziesiąt mężów, którzy biegali przed nim.
राजा दाऊद का पुत्र अदोनिय्याह बहुत घमण्डी हो गया। उसने घोषणा की, “मैं राजा बनूँगा।” अदोनिय्याह की माँ का नाम हग्गीत था। अदोनिय्याह राजा बनने का बहुत इच्छुक था। इसलिये वह अपने लिये एक रथ, घोड़े और आगे दौड़ने वाले पाँच सौ व्यक्तियों को लाया। राजा ने अपने पुत्र अदोनिय्याह को कभी सुधारा नहीं। दाऊद ने उससे कभी यह नहीं पूछा, “तुम ये कार्य क्यों कर रहे हो” अदोनिय्याह वह पुत्र था जो अबशालोम के बाद उत्पन्न हुआ था। अदोनिय्याह एक बहुत सुन्दर व्यक्ति था।
A nie gromił go nigdy ojciec jego, mówiąc: Przeczżeś to uczynił? A był i ten bardzo pięknej urody, którego była porodziła Haggita po Absalomie.
राजा दाऊद का पुत्र अदोनिय्याह बहुत घमण्डी हो गया। उसने घोषणा की, “मैं राजा बनूँगा।” अदोनिय्याह की माँ का नाम हग्गीत था। अदोनिय्याह राजा बनने का बहुत इच्छुक था। इसलिये वह अपने लिये एक रथ, घोड़े और आगे दौड़ने वाले पाँच सौ व्यक्तियों को लाया। राजा ने अपने पुत्र अदोनिय्याह को कभी सुधारा नहीं। दाऊद ने उससे कभी यह नहीं पूछा, “तुम ये कार्य क्यों कर रहे हो” अदोनिय्याह वह पुत्र था जो अबशालोम के बाद उत्पन्न हुआ था। अदोनिय्याह एक बहुत सुन्दर व्यक्ति था।
A miał zmowę z Joabem, synem Sarwii, i z Abijatarem kapłanem, którzy pomagali za Adonijaszem.
अदोनिय्याह ने सरुयाह के पुत्र योआब और याजक एब्यातार से बातें कीं। उन्होंने उसकी सहायता की।
Ale Sadok kapłan, i Banajas, syn Jojady, i Natan prorok, i Semej, i Rehy i rycerstwo Dawidowe, nie przestawali z Adonijaszem.
किन्तु बहुत से लोग उन कामों को ठीक नहीं समझते थे जिन्हें अदोनिय्याह कर रहा था। वे नहीं समझते थे कि वह राजा होने के योग्य हो गया है। ये लोग याजक सादोक, यहोयादा का पुत्र बनायाह, नातान नबी, शिमी, रेई और राजा दाऊद के विशेष रक्षक थे। इसलिये ये लोग अदोनिय्याह के साथ नहीं हुए।
Tedy nabił Adonijasz owiec, i wołów, i bydła tłustego u kamienia Zohelet, który był nad źródłem Rogiel, i wezwał wszystkich braci swych, synów królewskich, i wszystkich mężów z Juda, sług królewskich.
तब अदोनिय्याह ने कुछ जानवरों को मेलबलि के लिये मारा। उसने कुछ भेड़ों, कुछ गायों और कुछ मोटे बछड़ों को मारा। अदोनिय्याह ने एनरोगेल के पास जोहेलेत की चट्टान पर ये बलियाँ चढ़ाईं। अदोनिय्याह ने इस विशेष उपासना में अपने साथ आने के लिये उनेक व्यक्तियों को आमन्त्रित किया। अदोनिय्याह ने अपने सभी भाईयों, (राजा के अन्य पुत्रों) तथा यहूदा के समस्त राज्य कर्मचारियों को आमन्त्रित किया।
Ale Natana proroka, i Banajasa, i innego rycerstwa, ani Salomona, brata swego, nie wezwał.
किन्तु अदोनिय्याह ने नातान नबी, या बनायाह या अपने पिता के विशेष रक्षक या अपने भाई सुलैमान को आमन्त्रित नहीं किया।
Tedy rzekł Natan do Betsaby, matki Salomonowej, mówiąc: A nie słyszałaś, iż króluje Adonijasz, syn Haggity, a Dawid, pan nasz, nie wie o tem?
जब नातान ने इसके बारे में सुना, वह सुलैमान की माँ बतशेबा के पास गया। नातान ने उससे पूछा, “क्या तुमने सुना है कि हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह क्या कर रहा है उसने अपने को राजा बना लिया है और वास्तविक राजा दाऊद इसके बारे में कुछ नहीं जानता।
Przetoż teraz pójdź proszę, dam ci radę, a zachowasz zdrowie twoje i zdrowie syna twego Salomona.
तुम्हारा जीवन और तुम्हारे पुत्र सुलैमान का जीवन खतरे में पड़ सकता है। किन्तु मैं तुम्हें बताऊँगा कि अपने को बचाने के लिये तुम्हें क्या करना चाहिए।
Idź, a wnijdź do króla Dawida, i mów do niego: Izaliś ty królu, panie mój, nieprzysiągł służebnicy twojej, mówiąc: Salomon, syn twój, będzie królował po mnie, a on będzie siedział na stolicy mojej? Przeczże tedy króluje Adonijasz?
राजा दाऊद के पास जाओ और उससे कहो, ‘मेरे राजा, आपने मुझे वचन दिया था कि आपके बाद मेरा पुत्र सुलैमान अगला राजा होगा। फिर, अदोनिय्याह राजा क्यों बन गया है’
A gdy ty jeszcze tam będziesz mówiła z królem, ja przyjdę za tobą, i dopełnię słów twoich.
तब, जब तुम उससे बात कर ही रही होगी, मैं अन्दर आऊँगा। जब तुम चली जाओगी तब मैं जो कुछ घटित हुआ है उसके बारे में राजा को बातऊँगा। इससे यह प्रदर्शित होगा कि तुमने अदोनिय्याह के बारे में जो कुछ कहा है, वह सत्य है।”
A tak weszła Betsaba do króla na pokój; a król się już był bardzo zstarzał, a Abisag Sunamitka posługowała królowi.
अत: बतशेबा राजा के सोने के कमरे में अन्दर उससे मिलने गई। राजा बहुत अधिक बूढ़ा था। शूनेमिन से आई लड़की अबीशग वहाँ उसकी देख—रेख कर रही थी।
Tedy nachyliwszy się Betsaba, pokłoniła się królowi, której rzekł król: Czego chcesz?
बतशेबा राजा के सामने प्रणाम करने झुकी। राजा ने पूछा, “तुम क्या चाहती हो”
A ona mu odpowiedziała: Panie mój, tyś przysiągł przez Pana, Boga twego, służebnicy twojej, że Salomon, syn twój, będzie królował po mnie, a on będzie siedział na stolicy mojej.
बतशेबा ने उत्तर दिया, “मेरे राजा, आपने अपने परमेश्वर, यहोवा का नाम लेकर मुझसे प्रतिज्ञा की थी। आपने कहा था, ‘तुम्हारा पुत्र सुलैमान मेरे बाद राजा होगा। मेरे सिंहासन पर सुलैमान शासन करेगा।’
A oto, już Adonijasz króluje, a ty teraz, królu, panie mój, o tem nie wiesz.
किन्तु अब अदोनिय्याह राजा हो गया है और आप इसे जानते भी नहीं।
Albowiem nabił wołów i bydła tłustego, i owiec bardzo wiele, i wezwał wszystkich synów królewskich, i Abijatara kapłana, i Joaba, hetmana wojska; ale Salomona, sługi twego, nie wezwał.
अदोनिय्याह ने मेलबलि के लिये कई जानवरों को मार डाला है। उसने बहुत से बैलों, मोटे बछड़ों और भेड़ों को मारा है और उसने आपके सभी पुत्रों को आमन्त्रित किया है। उसने याजक एब्यातार और आपकी सेना के सेनापति योआब को भी आमन्त्रित किया है। किन्तु उसने आपके पुत्र सुलैमान को आमन्त्रित नहीं किया, जो आपकी सेवा करता है।
Lecz ty królu, panie mój, wiesz, iż się oczy wszystkiego Izraela oglądają na cię, abyś im oznajmił, kto będzie siedział na stolicy króla, pana mego, po tobie.
मेरे राजा, इस्राएल के सभी लोगों की आँखें आप पर लगी हैं। वे आपके इस निर्णय की प्रतीक्षा कर रहै हैं कि आपके बाद कौन राजा होगा।
Inaczej stanie się, gdy zaśnie król, pan mój, z ojcy swymi, że będziemy ja i Salomon, syn mój, jako grzesznicy.
जब आप मेरेंगे तो आप अपने पूर्वजों के साथ दफनाये जायेंगे। उस समय लोग यही कहेंगे कि मैं और सुलैमान अपराधी हैं।”
A oto, gdy ona jeszcze mówiła z królem, przyszedł Natan prorok.
जब बतशेबा राजा से बातें कर रही थी, नातान नबी उससे मिलने आया।
I opowiedziano to królowi, mówiąc: Oto Natan, prorok; który wszedłszy do króla, pokłonił się królowi twarzą swą ku ziemi.
सेवकों ने राजा से कहा, “नातान नबी आये हैं।” अत: नातान ने प्रवेश किया और राजा के पास गया। नातान राजा के सामने धरती तक झुका।
Rzekł zatem Natan: Królu, panie mój, zażeś ty rzekł: Adonijasz będzie królował po mnie, a on usiędzie na stolicy mojej?
तब नातान ने कहा, “मेरे राजा, क्या आपने यह घोषणा कर दी है कि आपके बाद अदोनिय्याह नया राजा होगा क्या आपने यह निर्णय कर लिया है कि आपके बाद अदोनिय्याह लोगों पर शासन करेगा।
Albowiem dziś szedłszy nabił wołów i bydła tłustego, i owiec bardzo wiele, i wezwał wszystkich synów królewskich, i hetmanów wojsk, i Abijatara kapłana, a oto oni jedzą z nim i piją, i mówią: Niech żyje król Adonijasz!
आज उसने घाटी में विशेष मेलबलियाँ भेंट की हैं। उसने कई बैलों, मोटे बछड़ों और भेड़ों को मारा है और उसने आपके अन्य सभी पुत्रों, सेना के सेनापति और याजक एब्यातार को आमन्त्रित किया है। अब वे उनके साथ खा रहे हैं और पी रहे हैं और वे कह रहे हैं, ‘राजा अदोनिय्याह दीर्घायु हो!’
Ale mnie, sługi twego, i Sadoka kapłana, i Banajasa, syna Jojadowego, i Salomona, sługi twego, nie wezwał.
किन्तु उसने मुझे या याजक सादोक, यहोयादा के पुत्र बनायाह या आपके पुत्र सुलैमान को आमन्त्रित नहीं किया।
Izali od króla, pana mego, stała się ta rzecz? a nie oznajmiłeś słudze twemu, kto ma siedzieć na stolicy króla, pana mego, po nim?
क्या यह आपने किया है हम आपकी सेवा और आपकी आज्ञा का पालन करते हैं। आपने हम लोगों से पहले ही क्यों नहीं कहा कि आपने उसे अपने बाद होने वाला राजा चुना है”
I odpowiedział król Dawid, mówiąc: Zawołajcie do mnie Betsaby; która przyszedłszy przed obliczność królewską, stanęła przed królem.
तब राजा दाऊद ने कहा, “बतशेबा से अन्दर आने को कहो!” अत: बतशेबा अन्दर राजा के सामने आई।
Tedy przysiągł król, mówiąc: Jako żywy Pan, który wybawił duszę moję z każdego ucisku:
तब राजा ने एक प्रतिज्ञा की “यहोवा परमेश्वर ने मुझे हर एक खतरे से बचाया है और यहोवा परमेश्वर शाश्वत है। मैं तुम से प्रतिज्ञा करता हूँ।
Iż jakom ci przysiągł przez Pana, Boga Izraelskiego, mówiąc: Że Salomon, syn twój, królować będzie po mnie, a on usiędzie na stolicy mojej miasto mnie, tak dziś uczynię.
मैं आज वह कार्य करूँगा जिसका वचन मैंने इसके पूर्व तुम्हें दिया था। मैंने यह प्रतिज्ञा यहोवा इस्राएल के परमेश्वर की शक्ति से की थी। मैंने प्रतिज्ञा की थी कि तुम्हारा पुत्र सुलैमान मेरे बाद राजा होगा और मेरे बाद सिंहासन पर मेरा स्थान वही लेगा। मैं अपनी प्रतिज्ञा पूरी करुँगा।”
I nachyliwszy się Betsaba twarzą ku ziemi, ukłoniła się królowi, i rzekła: Niech żyje Dawid król, pan mój, na wieki!
तब बतशेबा राजा के सामने प्रणाम करने धरती तक झुकी। उसने कहा, “राजा दाऊद दीर्घायु हो!”
Zatem rzekł król Dawid: Zawołajcie do mnie Sadoka kapłana, i Natana proroka, i Banajasa, syna Jojadowego. I weszli do króla.
तब राजा दाऊद ने कहा, “याजक सादोक, नातान नबी और यहोयादा के पुत्र बनायाह से यहाँ अन्दर आने को कहो।” अत: तीनों व्यक्ति राजा के सामने आये।
I rzekł im król: Weźmijcie z sobą sługi pana waszego, a wsadźcie Salomona, syna mego, na mulicę moję, i prowadźcie go do Gihonu.
तब राजा ने उनसे कहा, “मेरे अधिकारियों को अपने साथ लो और मेरे पुत्र सुलैमान को मेरे निजी खच्चर पर बिठाओ। उसे गीहोन सोते पर ले जाओ।
A tam go pomaże Sadok kapłan, i Natan prorok za króla nad Izraelem; potem zatrąbicie w trąbę, a rzeczecie: Niech żyje król Salomon!
उस स्थान पर याजक सादोक और नातान नबी, इस्राएल के राजा के रूप में उसका अभिषेक करें। तुम लोग तुरही बजाओगे और यह घोषणा करो, ‘यह सुलैमान नया राजा है।’
Potem pójdziecie za nim; a on przyszedłszy, siądzie na stolicy mojej, i będzie królował miasto mnie; bom mu ja rozkazał, aby był wodzem nad Izraelem i nad Judą.
तब इसके बाद उसके साथ यहाँ लौट आओ। सुलैमान मेरे सिंहासन पर बैठेगा और हमारे स्थान पर नया राजा होगा। मैंने सुलैमान को इस्राएल और यहूदा का शासक होने के लिये चुना है।”
I odpowiedział Banajas, syn Jojada, królowi, mówiąc: Amen. Niech to stwierdzi Pan, Bóg króla, pana mego.
यहोयादा के पुत्र बनायाह ने राजा को उत्तर दिया, “आमीन! यहोवा परमेश्वर ने स्वयं यह कहा है!
Jako był Pan z królem, panem moim, tak niech będzie z Salomonem, a niechaj wywyższy stolicę jego nad stolicę Dawida króla, pana mego.
मेरे स्वामी राजा, यहोवा ने हमेशा आपकी सहायता की है। यहोवा सुलैमान की भी सहायता करे और राजा सुलैमान आपसे भी बड़े राजा बनें।”
A tak szedł Sadok kapłan, i Natan prorok, i Banajas, syn Jojada, przytem Cheretczycy, i Feletczycy, i wsadzili Salomona na mulicę króla Dawida, a prowadzili go do Gihonu.
अत: सादोक, नातान, बनायाह और राजा के अधिकारियों ने राजा दाऊद की आज्ञा का पालन किया। उन्होंने सुलैमान को राजा दाऊद के खच्चर पर चढ़ाया और उसके साथ गीहोन के सोते पर गये।
Tedy wziął Sadok kapłan róg olejku z namiotu, i pomazał Salomona. Potem trąbili w trąbę, i zakrzyknął wszystek lud: Niech żyje król Salomon!
याजक सादोक ने पवित्र तम्बू से तेल लिया। सादोक ने, यह दिखाने के लिये कि सुलैमान राजा है, उसके सिर पर तेल डाला। उन्होंने तुरही बजाई और सभी लोगों ने उद्घोष किया, “राजा सुलैमान दीर्घायु हों!”
I szedł wszystek lud za nim. Tenże lud grał na piszczałkach, weseląc się weselem wielkiem, tak iż drżała ziemia od głosu ich.
सभी लोग नगर में सुलैमान के पीछे आए। वे बीन बजा रहे थे और उल्लास के नारे लगा रहे थे। वे इतना उद्घोष कर रहे थे कि धरती काँप उठी।
Co gdy usłyszał Adonijasz, i wszyscy wezwani, którzy byli z nim, (a już się też była dokończyła uczta,) słysząc też i Joab głos trąby, rzekł: Cóż to za krzyk miasta huczącego?
इस समय अदोनिय्याह और उसके साथ के सभी अतिथि अपना भोजन समाप्त कर रहे थे। उन्होंने तुरही की आवाज सुनी। योआब ने पूछा, “यह शोर कैसा है नगर में क्या हो रहा है”
A gdy on tego domawiał, oto Jonatan, syn Abijatara kapłana, przyszedł. Któremu rzekł Adonijasz: Wnijdź; boś ty mąż stateczny, a powiesz nam co dobrego.
जब योआब बोल ही रहा था, याजक एब्यातार का पुत्र योनातन वहाँ आया। अदोनिय्याह ने कहा, “यहाँ आओ! तुम अच्छे व्यक्ति हो। अत: तुम मेरे लिये शुभ सूचना अवश्य लाये होगे।”
Tedy odpowiedział Jonatan, i rzekł Adonijaszowi: Dawid król, pan nasz, postanowił zapewne Salomona królem.
किन्तु योनातन ने उत्तर दिया, “नहीं! यह तुम्हारे लिये शुभ सूचना नहीं है! हमारे राजा दाऊद ने सुलैमान को नया राजा बनाया है
Albowiem posłał z nim król Sadoka kapłana, i Natana proroka, i Banajasa, syna Jojadowego, do tego Cheretczyki i Feletczyki, którzy go wsadzili na mulicę królewską;
और राजा दाऊद ने याजक सादोक, नातान नबी, यहोयादा के पुत्र बनायाह और राजा के सभी अधिकारियों को उसके साथ भेजा है। उन्होंने सुलैमान को राजा के निजी खच्चर पर बिठाया।
I pomazali go Sadok kapłan, i Natan prorok za króla w Gihonie, i szli stamtąd weseląc się, tak, że zadrżało miasto; tenci jest krzyk, któryście słyszeli;
तब याजक सादोक और नातान नबी ने गीहोन सोते पर सुलैमान का अभिषेक किया और तब वे नगर में गये। लोगों ने उनका अनुसरण किया और अब नगर में लोग बहुत प्रसन्न हैं। यह शोर जो तुम सुनते हो, उसी का है।
I już usiadł Salomon na stolicy królestwa.
सुलैमान अब राजा के सिंहासन पर बैठा है। राजा के सभी सेवक राजा दाऊद से यह कहने आये हैं कि आपने यह अच्छा कार्य किया है। वे कह रहे हैं, ‘राजा दाऊद, आप एक महान राजा हैं और अब हम प्रार्थना करते हैं कि आपका परमेश्वर, सुलैमान को भी महान राजा बनाएगा। आपका परमेश्वर सुलैमान को आपसे भी अधिक प्रसिद्ध राजा बनाए और उसे आप जितने महान राजा थे उससे भी अधिक महान राजा होने दे।’ यहाँ तक कि राजा दाऊद भी वहाँ थे, और राजा दाऊद अपने बिस्तर पर लेटे हुए थे।
Nadto i słudzy królewscy przyszli, aby błogosławili Dawidowi królowi, panu naszemu, mówiąc: Niech sławniejsze uczyni Bóg imię Salomonowe nad imię twoje, a niech wywyższy stolicę jego nad stolicę twoję. I pokłonił się król na łożu swem.
सुलैमान अब राजा के सिंहासन पर बैठा है। राजा के सभी सेवक राजा दाऊद से यह कहने आये हैं कि आपने यह अच्छा कार्य किया है। वे कह रहे हैं, ‘राजा दाऊद, आप एक महान राजा हैं और अब हम प्रार्थना करते हैं कि आपका परमेश्वर, सुलैमान को भी महान राजा बनाएगा। आपका परमेश्वर सुलैमान को आपसे भी अधिक प्रसिद्ध राजा बनाए और उसे आप जितने महान राजा थे उससे भी अधिक महान राजा होने दे।’ यहाँ तक कि राजा दाऊद भी वहाँ थे, और राजा दाऊद अपने बिस्तर पर लेटे हुए थे।
Przytem tak rzekł król: Błogosławiony Pan, Bóg Izraelski, który dał dziś siedzącego na stolicy mojej, na co patrzą oczy moje.
राजा दाऊद ने कहा, ‘इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की स्तुति करो। यहोवा ने मेरे पुत्रों से एक को मेरे सिंहासन पर बिठाया है और इसे मुझे देखने दिया है।’”
Zlękli się tedy, i wstali wszyscy wezwani, którzy byli z Adonijaszem, i poszli każdy w drogę swą.
तब अदोनिय्याह के सभी अतिथि डर गए और शीघ्रता से चले गए।
Adonijasz także, bojąc się Salomona, wstał, i poszedł, a uchwycił się rogów ołtarza.
अदोनिय्याह भी सुलैमान से डर गया था। इसलिये वह वेदी तक गया और वेदी के सींगों को उसने पकड़ लिया।
I oznajmiono Salomonowi, mówiąc: Oto Adonijasz boi się króla Salomona, a oto uchwycił się rogów ołtarza, mówiąc: Niech mi dziś przysięże król Salomon, że nie zabije sługi swego mieczem.
तब किसी ने सुलैमान से कहा, “अदोनिय्याह तुमसे बहुत भयभीत है। अदोनिय्याह वेदी के पास है। उसने वेदी के सीगों को पकड़ रखा है और छोड़ने से इन्कार करता है। अदोनिय्याह कहता है, ‘राजा सुलैमान से यह प्रतिज्ञा करने को कहो कि वह मुझे मारेगा नहीं।’”
Tedy rzekł Salomon: Jeźli będzie mężem statecznym, nie spadnie i włos z niego na ziemię; ale jeźli się w nim znajdzie co złego, pewnie umrze.
इसलिये सुलैमान ने उत्तर दिया, “यदि अदोनिय्याह यह प्रमाणित करता है कि वह एक अच्छा आदमी है तो मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि उसके सिर का एक बाल भी बाँका नहीं होगा। किन्तु यदि वह कुछ बुरा करेगा तो मार दिया जायेगा।”
A tak posłał król Salomon, i przywiedziono go od ołtarza; a gdy przyszedł, ukłonił się królowi Salomonowi, i rzekł mu Salomon: Idź do domu twego.
तब रजा सुलैमान ने कुछ व्यक्तियों को अदोनिय्याह को लाने के लिये भेजा। वे व्यक्ति अदोनिय्याह को सुलैमान के सामने ले आए। अदोनिय्याह राजा सुलैमान के सामने आया और झुककर प्रणाम किया। तब सुलैमान ने कहा, “घर जाओ।”