“अत: मेरे सेवक याकूब डरो नहीं।”
यह सन्देश यहोवा का है।
“इस्राएल, डरो नहीं।
मैं उस अति दूर के स्थान से तुम्हें बचाऊँगा।
तुम उस बहुत दूर के देश में बन्दी हो,
किन्तु मैं तुम्हारे वंशजों को
उस देश से बचाऊँगा।
याकूब फिर शान्ति पाएगा।
याकूब को लोग तंग नहीं करेंगे।
मेरे लोगों को भयभीत करने वाला कोई शत्रु नहीं होगा।
tu ergo ne timeas serve meus Iacob ait Dominus neque paveas Israhel quia ecce ego salvo te de terra longinqua et semen tuum de terra captivitatis eorum et revertetur Iacob et quiescet et cunctis affluet et non erit quem formidet