Daniel 11

مادی بادشاہ دارا کی حکومت کے پہلے سال سے ہی مَیں میکائیل کے ساتھ کھڑا رہا ہوں تاکہ اُس کو سہارا دوں اور اُس کی حفاظت کروں۔)
“मादी राजा दारा के शासन काल के पहले वर्ष मीकाएल को फारस के युवराज (स्वर्गदूत) के विरूद्ध युद्ध में सहारा देने और उसे सशक्त बनाने को मैं उठ खड़ा हुआ।
اب مَیں تجھے وہ کچھ بتاتا ہوں جو یقیناً پیش آئے گا۔ فارس میں مزید تین بادشاہ تخت پر بیٹھیں گے۔ اِس کے بعد ایک چوتھا آدمی بادشاہ بنے گا جو تمام دوسروں سے کہیں زیادہ دولت مند ہو گا۔ جب وہ دولت کے باعث طاقت ور ہو جائے گا تو وہ یونانی مملکت سے لڑنے کے لئے سب کچھ جمع کرے گا۔
“अब देख, दानिय्येल मैं, तुझे सच्ची बात बताता हूँ। फारस में तीन राजाओं का शासन और होगा। यह इसके बाद एक चौथा राजा आयेगा। यह चौथा राजा अपने पहले के फारस के अन्य राजाओं से कहीं अधिक धनवान होगा। वह चौथा राजा शक्ति पाने के लिये अपने धन का प्रयोग करेगा। वह हर किसी को यूनान के विरोध में कर देगा।
پھر ایک زورآور بادشاہ برپا ہو جائے گا جو بڑی قوت سے حکومت کرے گا اور جو جی چاہے کرے گا۔
इसके बाद एक बहुत अधिक शक्तिशाली राजा आयेगा, वह बड़ी शक्ति के साथ शासन करेगा। वह जो चाहेगा वही करेगा।
لیکن جوں ہی وہ برپا ہو جائے اُس کی سلطنت ٹکڑے ٹکڑے ہو کر ایک شمالی، ایک جنوبی، ایک مغربی اور ایک مشرقی حصے میں تقسیم ہو جائے گی۔ نہ یہ چار حصے پہلی سلطنت جتنے طاقت ور ہوں گے، نہ بادشاہ کی اولاد تخت پر بیٹھے گی، کیونکہ اُس کی سلطنت جڑ سے اُکھاڑ کر دوسروں کو دی جائے گی۔
राजा के आने के बाद उसके राज्य के टुकड़े हो जायेंगे। उसका राज्य संसार में चार भागों में बंट जायेगा। उसका राज्य उसके पुत्र—पोतों के बीच नहीं बटेगा। जो शक्ति उसमें थी, वह उसके राज्य में नहीं रहेगी। ऐसा क्यों होगा ऐसा इसलिये होगा कि उसका राज्य उखाड़ दिया जायेगा और उसे अन्य लोगों को दे दिया जायेगा।
جنوبی ملک کا بادشاہ تقویت پائے گا، لیکن اُس کا ایک افسر کہیں زیادہ طاقت ور ہو جائے گا، اُس کی حکومت کہیں زیادہ مضبوط ہو گی۔
“दक्षिण का राजा शक्तिशाली हो जायेगा। किन्तु इसके बाद उसका एक सेनापति उससे भी अधिक शक्तिशाली हो जाएगा। वह सेना नायक शासन करने लगेगा और बहुत बलशाली हो जायेगा।
چند سال کے بعد دونوں سلطنتیں متحد ہو جائیں گی۔ عہد کو مضبوط کرنے کے لئے جنوبی بادشاہ کی بیٹی کی شادی شمالی بادشاہ سے کرائی جائے گی۔ لیکن نہ بیٹی کامیاب ہو گی، نہ اُس کا شوہر اور نہ اُس کی طاقت قائم رہے گی۔ اُن دنوں میں اُسے اُس کے ساتھیوں، باپ اور شوہر سمیت دشمن کے حوالے کیا جائے گا۔
“फिर कुछ वर्षों बाद एक समझौता होगा और दक्षिणी राजा की पुत्री उत्तरी राजा से ब्याही जायेगी। वह शांति स्थापना के लिये ऐसा करागी। किन्तु वह और दक्षिणी राजा पर्याप्त शक्तिशाली नही होंगे। फिर लोग उसके और उस व्यक्ति के जो उसे उस देश में लाया था, विरूद्ध हो जायेंगे और वे लोग उसके बच्चे के और उस स्त्री के हिमायती व्यक्ति के भी विरूद्ध हो जायेंगे।
بیٹی کی جگہ اُس کا ایک رشتے دار کھڑا ہو جائے گا جو شمالی بادشاہ کی فوج پر حملہ کر کے اُس کے قلعے میں گھس آئے گا۔ وہ اُن سے نپٹ کر فتح پائے گا
“किन्तु उस स्त्री के परिवार का एक व्यक्ति दक्षिणी राजा के स्थान को ले लेने के लिये आयेगा। वह उत्तर के राजा की सेनाओं पर आक्रमण करेगा। वह राजा के सुदृढ़ किले में प्रवेश करेगा। वह युद्ध करेगा और विजयी होगा।
اور اُن کے ڈھالے ہوئے بُتوں کو سونے چاندی کی قیمتی چیزوں سمیت چھین کر مصر لے جائے گا۔ وہ کچھ سال تک شمالی بادشاہ کو نہیں چھیڑے گا۔
वह उनके देवताओं की मूर्तियों को ले लेगा। वह उनके धातु के बने मूर्तियों तथा उनकी चाँदी—सोने की बहुमूल्य वस्तुओं पर कब्जा कर लेगा। वह उन वस्तुओं को वहाँ से मिस्र ले जायेगा। फिर कुछ वर्षों तक वह उत्तर के राजा को तंग नहीं करेगा।
پھر شمالی بادشاہ جنوبی بادشاہ کے ملک میں گھس آئے گا، لیکن اُسے اپنے ملک میں واپس جانا پڑے گا۔
उत्तर का राजा दक्षिण के राज्य पर हमला करेगा। किन्तु पराजित होगा और फिर अपने देश को लौट जायेगा।
اِس کے بعد اُس کے بیٹے جنگ کی تیاریاں کر کے بڑی بڑی فوجیں جمع کریں گے۔ اُن میں سے ایک جنوبی بادشاہ کی طرف بڑھ کر سیلاب کی طرح جنوبی ملک پر آئے گی اور لڑتے لڑتے اُس کے قلعے تک پہنچے گی۔
“उत्तर के राजा के पुत्रों ने युद्ध की तैयारियाँ करेंगे। वे एक विशाल सेना जुटायेंगे। वह सेना एक शक्तिशाली बाढ़ की तरह बड़ी तेज़ी से धरती पर आगे बढ़ती चली जायेगी। वह सेना दक्षिण के राजा के सुदृढ़ दुर्ग तक सारे रास्ते युद्ध करती जायेगी।
پھر جنوبی بادشاہ طیش میں آ کر شمالی بادشاہ سے لڑنے کے لئے نکلے گا۔ شمالی بادشاہ جواب میں بڑی فوج کھڑی کرے گا، لیکن وہ شکست کھا کر
फिर दक्षिण का राजा क्रोध से तिलमिला उठेगा। उत्तर के राजा से युद्ध करने के लिये वह बाहर निकल आयेगा। उत्तर का राजा यद्यपि एक बहुत बड़ी सेना जुटायेगा किन्तु युद्ध में हार जायेगा।
تباہ ہو جائے گی۔ تب جنوبی بادشاہ کا دل غرور سے بھر جائے گا، اور وہ بےشمار افراد کو موت کے گھاٹ اُتارے گا۔ توبھی وہ طاقت ور نہیں رہے گا۔
उत्तर की सेना पराजित हो जायेगी, और उन सैनिकों को कहीं ले जाया जायेगा। दक्षिणी राजा को बहुत अभिमान हो जायेगा और वह उत्तरी सेना के हजारों सैनिकों को मौत के घाट उतार देगा। किन्तु वह इसी प्रकार से सफलता नहीं प्राप्त करता रहेगा।
کیونکہ شمالی بادشاہ ایک اَور فوج جمع کرے گا جو پہلی کی نسبت کہیں زیادہ بڑی ہو گی۔ چند سال کے بعد وہ اِس بڑی اور ہتھیاروں سے لیس فوج کے ساتھ جنوبی بادشاہ سے لڑنے آئے گا۔
उत्तर का राजा एक और सेना जुटायेगा। यह सेना पहली सेना से अधिक बड़ी होगी। कई वर्षो बाद वह आक्रमण करेगा। वह सेना बुहत विशाल होगी और उसके पास बहुत से हथियार होंगे। वह सेना युद्ध को तैयार होगी।
اُس وقت بہت سے لوگ جنوبی بادشاہ کے خلاف اُٹھ کھڑے ہوں گے۔ تیری قوم کے بےدین لوگ بھی اُس کے خلاف کھڑے ہو جائیں گے اور یوں رویا کو پورا کریں گے۔ لیکن وہ ٹھوکر کھا کر گر جائیں گے۔
“उन दिनों बहुत से लोग दक्षिण के राजा के विरोध में हो जायेंगे। कुछ तुम्हारे अपने ही ऐसे लोग, जिन्हें युद्ध प्रिय है, दक्षिण के राजा के विरूद्ध बगावत करेंगे। वे जीतेंगे तो नहीं किन्तु ऐसा करते हुए वे उस दर्शन को सत्य सिद्ध करेगे।
پھر شمالی بادشاہ آ کر ایک قلعہ بند شہر کا محاصرہ کرے گا۔ وہ پُشتہ بنا کر شہر پر قبضہ کر لے گا۔ جنوب کی فوجیں اُسے روک نہیں سکیں گی، اُن کے بہترین دستے بھی بےبس ہو کر اُس کا سامنا نہیں کر سکیں گے۔
फिर इसके बाद उत्तर का राजा आयेगा और वह नगर परकोटे पर ढ़लवाँ चबूतरे बना कर उस सुदृढ़ नगर पर कब्जा कर लेगा। दक्षिण के राजा की सेना युद्ध का उत्तर नही दे पायेगी। यहाँ तक कि दक्षिणी सेना के सर्वात्तम सैनिक भी इतने शक्तिशाली नही होंगे कि वे उत्तर की सेना को रोक पायें।
حملہ آور بادشاہ جو جی چاہے کرے گا، اور کوئی اُس کا سامنا نہیں کر سکے گا۔ اُس وقت وہ خوب صورت ملک اسرائیل میں ٹک جائے گا اور اُسے تباہ کرنے کا اختیار رکھے گا۔
“उत्तर का राजा जैसा चाहेगा, वैसा करेगा। उसे कोई भी रोक नहीं पायेगा। इस सुन्दर धरती पर वह नियन्त्रण करके शक्ति पालेगा। उसे इस प्रदेश को नष्ट करने की शक्ति प्राप्त हो जायेगी।
تب وہ اپنی پوری سلطنت پر قابو پانے کا منصوبہ باندھے گا۔ اِس ضمن میں وہ جنوبی بادشاہ کے ساتھ عہد باندھ کر اُس سے اپنی بیٹی کی شادی کرائے گا تاکہ جنوبی ملک کو تباہ کرے، لیکن بےفائدہ۔ منصوبہ ناکام ہو جائے گا۔
फिर उत्तर का राजा दक्षिण के राजा से युद्ध करने के लिये अपनी सारी शक्ति का उपयोग करने का निश्चय करेगा। वह दक्षिण के राजा के साथ एक सन्धि करेगा। उत्तर का राजा दक्षिण के राजा से अपनी एक पुत्री का विवाह कर देगा। उत्तर का राजा ऐसा इसलिये करेगा कि वह दक्षिण के राजा को हरा सके। किन्तु उसकी वे योजनाएँ फलीभूत नहीं होंगी। इन योजनाओं से उसे कोई सहायता नहीं मिलेगी।
اِس کے بعد وہ ساحلی علاقوں کی طرف رُخ کرے گا۔ اُن میں سے وہ بہتوں پر قبضہ بھی کرے گا، لیکن آخرکار ایک حکمران اُس کے گستاخانہ رویے کا خاتمہ کرے گا، اور اُسے شرمندہ ہو کر پیچھے ہٹنا پڑے گا۔
“इसके बाद उत्तर का राजा भूमध्य—सागर के तट से लगते हुए देशों पर अपना ध्यान लगायेगा। वह उन देशों में से बहुत से देशों को जीत लेगा। किन्तु फिर एक सेनापति उत्तर के राजा के उस अहंकार और उस बगावत का अंत कर देगा । वह सेनापति उस उत्तर के राजा को लज्जित करेगा।
پھر شمالی بادشاہ اپنے ملک کے قلعوں کے پاس واپس آئے گا، لیکن اِتنے میں ٹھوکر کھا کر گر جائے گا۔ تب اُس کا نام و نشان تک نہیں رہے گا۔
“ऐसा घटने के बाद उत्तर का वह राजा स्वयं अपने देश के सुदृढ़ किलों की ओर लौट जायेगा। किन्तु वह दुर्बल हो चुका होगा और उसका पतन हो जायेगा। फिर उसका पता भी नहीं चलेगा।
اُس کی جگہ ایک بادشاہ برپا ہو جائے گا جو اپنے افسر کو شاندار ملک اسرائیل میں بھیجے گا تاکہ وہاں سے گزر کر لوگوں سے ٹیکس لے۔ لیکن تھوڑے دنوں کے بعد وہ تباہ ہو جائے گا۔ نہ وہ کسی جھگڑے کے سبب سے ہلاک ہو گا، نہ کسی جنگ میں۔
“उत्तर के उस राजा के बाद एक नया शासक आयेगा। वह शासका किसी कर वसूलने वाले को भेजेगा। वह शासक ऐसा इसलिये करेगा कि वह सम्पन्नता के साथ जीवन बिताने के लिये पर्याप्त धन जुटा सके। किन्तु थोड़े ही वर्षो में उस शासक का अंत हो जायेगा। किन्तु वह युद्ध में नही मारा जायेगा।
اُس کی جگہ ایک قابلِ مذمت آدمی کھڑا ہو جائے گا۔ وہ تخت کے لئے مقرر نہیں ہوا ہو گا بلکہ غیرمتوقع طور پر آ کر سازشوں کے وسیلے سے بادشاہ بنے گا۔
“उस शासक के बाद एक बहुत क्रूर एवं घृणा योग्य व्यक्ति आयेगा। उस व्यक्ति को राज परिवार का वंशज होने का गौरव प्राप्त नहीं होगा। वह चालाकी से राजा बनेगा। जब लोग अपने को सुरक्षित समझे हुए होंगे, वह तभी राज्य पर आक्रमण करेगा और उस पर कब्जा कर लेगा।
مخالف فوجیں اُس پر ٹوٹ پڑیں گی، لیکن وہ سیلاب کی طرح اُن پر آ کر اُنہیں بہا لے جائے گا۔ وہ اور عہد کا ایک رئیس تباہ ہو جائیں گے۔
वह विशाल शक्तिशाली सेनाओं को हरा देगा। वह समझौते के मुखिया के साथ सन्धि करने पर भी उसे पराजीत करेगा।
کیونکہ اُس کے ساتھ عہد باندھنے کے بعد وہ اُسے فریب دے گا اور صرف تھوڑے ہی افراد کے ذریعے اقتدار حاصل کر لے گا۔
बहुत से राष्ट्र उस क्रूर एवं घृणा योग्य राजा के साथ सन्धि करेंगे किन्तु वह उनसे मिथ्यापूर्ण चालाकी बरतेगा। वह अत्यधिक शक्ति प्राप्त कर लेगा किन्तु बहुत थोड़े से लोग ही उसके समर्थक होंगे।
وہ غیرمتوقع طور پر دولت مند صوبوں میں گھس کر وہ کچھ کرے گا جو نہ اُس کے باپ اور نہ اُس کے باپ دادا سے کبھی سرزد ہوا ہو گا۔ لُوٹا ہوا مال اور ملکیت وہ اپنے لوگوں میں تقسیم کرے گا۔ وہ قلعہ بند شہروں پر قبضہ کرنے کے منصوبے بھی باندھے گا، لیکن صرف محدود عرصے کے لئے۔
“जब उस प्रदेश के सर्वाधिक धनी क्षेत्र अपने को सुरक्षित अनुभव कर रहे होंगे, वह क्रूर एवं घृणापूर्ण शासक उन पर आक्रमण कर देगा। वह ठीक समय पर आक्रमण करेगा और वहाँ सफलता प्राप्त करेगा जहाँ उसके पूर्वजों को भी सफलता नहीं मिली थी। वह जिने देशों को पराजित करेगा उनकी सम्पत्ति छीन कर अपने पिछलगुओं को देगा। वह सुदृढ़ नगरों को पराजित करने की योजनाएँ रचेगा। वह सफलता तो पायेगा किन्तु बहुत थोड़े से समय के लिए।
پھر وہ ہمت باندھ کر اور پورا زور لگا کر بڑی فوج کے ساتھ جنوبی بادشاہ سے لڑنے جائے گا۔ جواب میں جنوبی بادشاہ ایک بڑی اور نہایت ہی طاقت ور فوج کو لڑنے کے لئے تیار کرے گا۔ توبھی وہ شمالی بادشاہ کا سامنا نہیں کر پائے گا، اِس لئے کہ اُس کے خلاف سازشیں کامیاب ہو جائیں گی۔
“उस क्रूर एवं घृणा योग्य राजा के पास एक विशाल सेना होगी। वह उस सेना का उपयोग अपनी शक्ति और अपने साहस के प्रदर्शन के लिये करेगा और इससे वह दक्षिण के राजा पर आक्रमण करेगा। सो दक्षिण का राजा भी एक बहुत बड़ी और शक्तिशाली सेना जुटायेगा और युद्ध के लिये कूच करेगा किन्तु वे लोग जो उससे विरोध रखते हैं, छिपे—छिपे योजनाएँ रचेंगे और दक्षिणी राजा को पराजित कर दिया जायेगा।
اُس کی روٹی کھانے والے ہی اُسے تباہ کریں گے۔ تب اُس کی فوج منتشر ہو جائے گی، اور بہت سے افراد میدانِ جنگ میں کھیت آئیں گے۔
वे ही लोग जो दक्षिणी राजा के अच्छे मित्र समझे जाते रहे। उसे पराजित करने का जतन करेंगे। उसकी सेना पराजित कर दी जायेगी। युद्ध में उसके बहुत से सैनिक मारे जोयेंगे।
دونوں بادشاہ مذاکرات کے لئے ایک ہی میز پر بیٹھ جائیں گے۔ وہاں دونوں جھوٹ بولتے ہوئے ایک دوسرے کو نقصان پہنچانے کے لئے کوشاں رہیں گے۔ لیکن کسی کو کامیابی حاصل نہیں ہو گی، کیونکہ مقررہ آخری وقت ابھی نہیں آنا ہے۔
उन दोनों राजाओं का मन इसी बात में लगेगा कि एक दूसरे को हानि पहुँचायी जाये। वे एक ही मेज़ पर बैठ कर एक दूसरे से झुठ बोलेंगे किन्तु इससे उन दोनों में से किसी का भी भला नहीं होगा, क्योंकि परमेश्वर ने उनका अंत आने का समय निर्धारित कर दिया है।
شمالی بادشاہ بڑی دولت کے ساتھ اپنے ملک میں واپس چلا جائے گا۔ راستے میں وہ مُقدّس عہد کی قوم اسرائیل پر دھیان دے کر اُسے نقصان پہنچائے گا، پھر اپنے وطن واپس جائے گا۔
“बहुत सी धन दौलत के साथ, वह उत्तर का राजा अपने देश लौट जायेगा। फिर उस पवित्र वाचा के प्रति वह बुरे कर्म करने का निर्णय लेगा। वह अपनी योजनानुसार काम करेगा और फिर अपने देश लौट जायेगा।
مقررہ وقت پر وہ دوبارہ جنوبی ملک میں گھس آئے گا، لیکن پہلے کی نسبت اِس بار نتیجہ فرق ہو گا۔
“फिर उत्तर का राजा ठीक समय पर दक्षिण के राजा पर हमला कर देगा किन्तु इस बार वह पहले की तरह कामयाब नहीं होगा।
کیونکہ کِتّیم کے بحری جہاز اُس کی مخالفت کریں گے، اور وہ حوصلہ ہارے گا۔ تب وہ مُڑ کر مُقدّس عہد کی قوم پر اپنا پورا غصہ اُتارے گا۔ جو مُقدّس عہد کو ترک کریں گے اُن پر وہ مہربانی کرے گا۔
पश्चिम से जहाज़ आयेंगे और उत्तर के राजा के विरूद्ध युद्ध करेंगे। वह उन जहाज़ो को आते देखकर डर जायेगा। फिर वापस लौटकर पवित्र वाचा पर वह अपना क्रोध उतारेगा। वह लौट कर, जिन लोगों ने पवित्र वाचा पर चलना छोड़ दिया था, उनकी सहायता करेगा।
اُس کے فوجی آ کر قلعہ بند مقدِس کی بےحرمتی کریں گے۔ وہ روزانہ کی قربانیوں کا انتظام بند کر کے تباہی کا مکروہ بُت کھڑا کریں گے۔
फिर उत्तर का वह राजा यरूशलेम के मन्दिर को अशुद्ध करने के लिये अपनी सेना भेजेगा। वे लोगों को दैनिक बलि समर्पित करने से रोकेंगे। इसके बाद वे वहाँ कुछ ऐसा भयानक घृणित वस्तु स्थापित करेंगे जो सचमुच विनाशक होगा। वे ऐसा भयानक काम शुरू करेंगे जो विनाश को जन्म देता है।
جو یہودی پہلے سے عہد کی خلاف ورزی کر رہے ہوں گے اُنہیں وہ چِکنی چپڑی باتوں سے مرتد ہو جانے پر آمادہ کرے گا۔ لیکن جو لوگ اپنے خدا کو جانتے ہیں وہ مضبوط رہ کر اُس کی مخالفت کریں گے۔
“वह उत्तरी राजा झूठी और चिकनी चुपड़ी बातों से उन यहूदियों को छलेगा जो पवित्र वाचा का पालन करना छोड़ चुके हैं। वे यहूदी और बुरे पाप करने लगेंगे किन्तु वे यहूदी, जो परमेश्वर को जानते हैं, और उसका अनुसरण करते हैं, और अधिक सुदृढ़ हो जायेंगे। वे पलट कर युद्ध करेंगे!
قوم کے سمجھ دار بہتوں کو صحیح راہ کی تعلیم دیں گے۔ لیکن کچھ عرصے کے لئے وہ تلوار، آگ، قید اور لُوٹ مار کے باعث ڈانواں ڈول رہیں گے۔
“वे यहूदी जो विवेकपूर्ण है जो कुछ घट रहा होगा, दूसरे यहूदियों को उसे समझने में सहायता देंगे। किन्तु जो विवेकपूर्ण होंगे,उन्हें तो मृत्यु दण्ड तक झेलना होगा। कुछ समय तक उनमें से कुछ यहूदियों को तलवार के घाट उतारा जायेगा और कुछ को आग में फेंक दिया जायेगा। अथवा बन्दी गृहों में डाल दिया जायेगा। उनमें से कुछ यहूदियों के घर बार और धन दौलत छीन लिये जायेंगे।
اُس وقت اُنہیں تھوڑی بہت مدد حاصل تو ہو گی، لیکن بہت سے ایسے لوگ اُن کے ساتھ مل جائیں گے جو مخلص نہیں ہوں گے۔
जब वे यहूदी दण्ड भोग रहे होंगे तो उन्हें थोड़ी सी सहायता मिलेगी। किन्तु उन यहूदियों में, जो उन विवेकपूर्ण यहोदियों का साथ देंगे, बहुत से केवल दिखावे के होंगे।
سمجھ داروں میں سے کچھ ڈانواں ڈول ہو جائیں گے تاکہ لوگوں کو آزما کر آخری وقت تک خالص اور پاک صاف کیا جائے۔ کیونکہ مقررہ وقت کچھ دیر کے بعد آئے گا۔
कुछ विवेकपूर्ण यहोदी मार दिये जायेंगे।ऐसा इसलिये होगा कि वे और अधिक सुदृढ़ बनें, स्वच्छ बनें और अंत समय के आने तक निर्दोष रहें। फिर ठीक समय पर अंत होने का समय आ जायेगा।”
بادشاہ جو جی چاہے کرے گا۔ وہ سرفراز ہو کر اپنے آپ کو تمام معبودوں سے عظیم قرار دے گا۔ خداؤں کے خدا کے خلاف وہ ناقابلِ بیان کفر بکے گا۔ اُسے کامیابی بھی حاصل ہو گی، لیکن صرف اُس وقت تک جب تک الٰہی غضب ٹھنڈا نہ ہو جائے۔ کیونکہ جو کچھ مقرر ہوا ہے اُسے پورا ہونا ہے۔
“उत्तर का राजा जो चाहेगा, सो करेगा। वह अपने बारे में डींग हांकेगा। वह आत्म प्रशंसा करेगा और सोचेगा कि वह किसी देवता से भी अच्छा है। वह ऐसी बातें करेगा जो किसी ने कभी सुनी तक न होंगी। वह देवताओं का परमेश्वर के विरोध में ऐसी बातें करेगा। वह उस समय तक कामयाब होता चला जायेगा जब तक वे सभी बुरी बातें घट नहीं जाती। किन्तु परमेश्वर ने योजना रची है, वह तो पूरी होगी ही।
بادشاہ نہ اپنے باپ دادا کے دیوتاؤں کی پروا کرے گا، نہ عورتوں کے عزیز دیوتا کی، نہ کسی اَور کی۔ کیونکہ وہ اپنے آپ کو سب پر سرفراز کرے گا۔
“उत्तर का वह राजा उन देवताओं की उपेक्षा करेगा जिन्हें उसके पूर्वज पूजा करते थे। उन देवताओं की मूर्तियों की वह परवाह नहीं करेगा जिनकी पूजा स्त्रियाँ किया करती हैं । वह किसी भी देवता की परवाह नहीं करेगा बल्कि वह स्वयं अपनी प्रशंसा करता रहेगा और अपने आपको किसी भी देवता से बड़ा मानेगा।
اِن دیوتاؤں کے بجائے وہ قلعوں کے دیوتا کی پوجا کرے گا جس سے اُس کے باپ دادا واقف ہی نہیں تھے۔ وہ سونے چاندی، جواہرات اور قیمتی تحفوں سے دیوتا کا احترام کرے گا۔
वह अपने पूर्वजों के देवता की अपेक्षा किले के देवता की पूजा करेगा वह सोने, चाँदी,बहुमूल्य हीरे जवाहरात और अन्य उपहारो से एक ऐसे देवता की पूजा करेगा जिसे उसके पूर्वज जानते तक नहीं थे।
چنانچہ وہ اجنبی معبود کی مدد سے مضبوط قلعوں پر حملہ کرے گا۔ جو اُس کی حکومت مانیں اُن کی وہ بڑی عزت کرے گا، اُنہیں بہتوں پر مقرر کرے گا اور اُن میں اجر کے طور پر زمین تقسیم کرے گا۔
“इस विदेशी देवता की सहायता से वह उत्तर का राजा सुदृढ़ गढ़ियों पर आक्रमण करेगा। वह उन लोगों को सम्मान देगा जिनकों वह बहुत पसन्द करेगा। वह बहुत से लोगों को उनके अधीन कर देगा। वे राजा जिस धरती पर राज करते हैं, उसके लिये वह उनसे भुगतान लिया करेगा।
لیکن پھر آخری وقت آئے گا۔ جنوبی بادشاہ جنگ میں اُس سے ٹکرائے گا، تو جواب میں شمالی بادشاہ رتھ، گھڑسوار اور متعدد بحری جہاز لے کر اُس پر ٹوٹ پڑے گا۔ تب وہ بہت سے ملکوں میں گھس آئے گا اور سیلاب کی طرح سب کچھ غرق کر کے آگے بڑھے گا۔
“अंत आने के समय उत्तर का राजा, उस दक्षिण के राजा के साथ युद्ध करेगा। उत्तर का राजा उस पर हमला करेगा। वह रथों, घुड़सवारों और बहुत से विशाल जलयानों को लेकर उस पर चढ़ाई करेगा। उत्तर का राजा बाढ़ के से वेग के साथ उस धरती पर चढ़ आयेगा।
اِس دوران وہ خوب صورت ملک اسرائیل میں بھی گھس آئے گا۔ بہت سے ممالک شکست کھائیں گے، لیکن ادوم اور موآب عمون کے مرکزی حصے سمیت بچ جائیں گے۔
उत्तर का राजा “सुन्दर धरती” पर आक्रमण करेगा। उत्तरी राजा के द्वारा बहुत से देश पराजित होंगे किन्तु एदोम, मोआब और अम्मोनियों के मुखिया बच जायेंगे।
اُس وقت اُس کا اقتدار بہت سے ممالک پر چھا جائے گا، مصر بھی نہیں بچے گا۔
उत्तर का राजा बहुत से देशों में अपनी शक्ति दिखायेगा। मिस्र को भी उसकी शक्ति का पता चल जायेगा।
شمالی بادشاہ مصر کی سونے چاندی اور باقی دولت پر قبضہ کرے گا، اور لبیا اور ایتھوپیا بھی اُس کے نقشِ قدم پر چلیں گے۔
वह मिस्र के सोने चाँदी के खजानों और उसकी समूची सम्पत्ति को छीन लेगा। लूबी और कूशी लोग भी उसके अधीन हो जायेंगे।
لیکن پھر مشرق اور شمال کی طرف سے افواہیں اُسے صدمہ پہنچائیں گی، اور وہ بڑے طیش میں آ کر بہتوں کو تباہ اور ہلاک کرنے کے لئے نکلے گا۔
किन्तु उत्तर के उस राजा को पूर्व और उत्तर से एक समाचार मिलेगा जिससे वह भयभीत हो उठेगा और उसे क्रोध आयेगा। वह बहुत से देशों को तबाह करने के लिये उठेगा।
راستے میں وہ سمندر اور خوب صورت مُقدّس پہاڑ کے درمیان اپنے شاہی خیمے لگا لے گا۔ لیکن پھر اُس کا انجام آئے گا، اور کوئی اُس کی مدد نہیں کرے گا۔
वह अपने राजकीय तम्बू समुद्र और सुन्दर पवित्र पर्वत के बीच लगवायेगा। किन्तु आखिरकार वह बुरा राजा मर जायेगा। जब उसका अंत आयेगा तो उसे सहारा देने वाला वहाँ कोई नहीं होगा।