याजक को दोष बलि को उसी स्थान पर मारना चाहिए जिस पर वह होमबलियों को मारता है। याजक को दोषबलि में से वेदी के चारों ओर खून छिड़कना चाहिए।
C'est dans le lieu où l'on égorge l'holocauste que sera égorgée la victime pour le sacrifice de culpabilité. On en répandra le sang sur l'autel tout autour.
दोषबलि पापबलि के समान है। दोनों के लिए एक जैसे नियम हैं। वह याजक, जो बलि चढ़ाता है, उसको वह प्राप्त करेगा।
Il en est du sacrifice de culpabilité comme du sacrifice d'expiation; la loi est la même pour ces deux sacrifices: la victime sera pour le sacrificateur qui fera l'expiation.
कोई व्यक्ति मेलबलि अपनी कृतज्ञता प्रकट करने के लिए ला सकता है। यदि वह कृतज्ञता प्रकट करने के लिए बलि लाता है तो उसे तेल मिले अखमीरी फुलके, अखमीरी चपातियाँ और तेल मिले उत्तम आटे के फुलके भी लाने चाहिए।
Si quelqu'un l'offre par reconnaissance, il offrira, avec le sacrifice d'actions de grâces, des gâteaux sans levain pétris à l'huile, des galettes sans levain arrosées d'huile, et des gâteaux de fleur de farine frite et pétris à l'huile.
उस व्यक्ति को अननी मेलबलि के लिए खमीरी रोटियों के साथ अपनी बलि लानी चाहिए। यह वह बलि है जिसे कोई व्यक्ति यहोवा के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के लिए लाता है।
A ces gâteaux il ajoutera du pain levé pour son offrande, avec son sacrifice de reconnaissance et d'actions de grâces.
उन रोटियों में से एक उस याजक की होगी जो मेलबलि के खून को छिड़कता है।
On présentera par élévation à l'Eternel une portion de chaque offrande; elle sera pour le sacrificateur qui a répandu le sang de la victime d'actions de grâces.
इस मेलबलि का माँस उसी दिन खाया जाना चाहिए जिस दिन यह चढ़ाया जाए। कोई व्यक्ति परमेश्वर के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए यह भेंट चढ़ाता है। किन्तु कुछ भी माँस अगले दिन के लिए नहीं बचना चाहिए।
La chair du sacrifice de reconnaissance et d'actions de grâces sera mangée le jour où il est offert; on n'en laissera rien jusqu'au matin.
“कोई व्यक्ति मेलबलि यहोवा को केवल भेंट चढ़ाने की इच्छा से ला सकता है अथवा सम्भवत: उस व्यक्ति ने यहोवा को विशेष वचन दिया हो। यदि यह सत्य है तो बलि उसी दिन खायी जानी चाहिए जिस दिन वब उसे चढ़ाये। यदि कुछ बच जाए तो उसे अगले दिन खा लेना चाहिए।
Si quelqu'un offre un sacrifice pour l'accomplissement d'un voeu ou comme offrande volontaire, la victime sera mangée le jour où il l'offrira, et ce qui en restera sera mangé le lendemain.
यदि कोई व्यक्ति मेलबलि का माँस तीसरे दिन खाता है तो यहोवा उस व्यक्ति से प्रसन्न नहीं होगा। यहोवा उस बलि को उसके लिए महत्व नहीं देगा। यह बलि घृणित वस्तु बन जाएगी औ यदि कोई व्यक्ति उस माँस का कुछ भी खाता है तो वह अपने पाप के लिए उत्तरदायी होगा।
Dans le cas où l'on mangerait de la chair de son sacrifice d'actions de grâces le troisième jour, le sacrifice ne sera point agréé; il n'en sera pas tenu compte à celui qui l'a offert; ce sera une chose infecte, et quiconque en mangera restera chargé de sa faute.
“लोगों को ऐसा माँस भी नहीं खाना चाहिए जिसे कोई अशुद्ध वस्तु छू ले। उन्हें इस माँस को आग में जला देना चाहिए। वे सभी व्यक्ति जो शुद्ध हों, मेलबलि का माँस खा सकते हैं।
La chair qui a touché quelque chose d'impur ne sera point mangée: elle sera brûlée au feu.
किन्तु यदि कोई व्यक्ति अपवित्र हो और यहोवा के लिए मेलबलि में से कुछ माँस खा ले तो उस व्यक्ति को उस के लोगों से अलग कर देना चाहिए।
Tout homme pur peut manger de la chair; mais celui qui, se trouvant en état d'impureté, mangera de la chair du sacrifice d'actions de grâces qui appartient à l'Eternel, celui-là sera retranché de son peuple.
“सम्भव है कि कोई व्यक्ति कोई ऐसी चीज छू ले जो अशुद्ध है। यह चीज लोगों द्वार या गन्दे जानवर द्वारा या किसी घृणित गन्दी चीज़ द्वारा अशुद्ध बनाई जा सकती है। वह व्यक्ति अशुद्ध हो जाएगा और यदि वह यहोवा के लिए मेलबलि से कुछ माँस खा ले तो उस व्यक्ति को उसके लोगों से अलग कर देना चाहिए।”
Et celui qui touchera quelque chose d'impur, une souillure humaine, un animal impur, ou quoi que ce soit d'impur, et qui mangera de la chair du sacrifice d'actions de grâces qui appartient à l'Eternel, celui-là sera retranché de son peuple.
“इस्राएल के लोगों से कहोः यदि कोई व्यक्ति यहोवा को मेलबलि लाए तो उस व्यक्ति को उस भेंट का एक भाग यहोवा को देना चाहिए।
Parle aux enfants d'Israël, et dis: Celui qui offrira à l'Eternel son sacrifice d'actions de grâces apportera son offrande à l'Eternel, prise sur son sacrifice d'actions de grâces.
भेंट का वह भाग आग में जलाया जाएगा। उसे उस भेंट का वह भाग अपने हाथ में लेकर चलना चाहिए। उसे जानवर की छाती की चर्बी लेकर चलना चाहिए और छाती को याजक के पास ले जाना चाहिए। छाती को यहोवा के सामने ऊपर उठाया जायेगा। यह उत्तोलन बलि होगी।
Il apportera de ses propres mains ce qui doit être consumé par le feu devant l'Eternel; il apportera la graisse avec la poitrine, la poitrine pour l'agiter de côté et d'autre devant l'Eternel.
मै (यहोवा) उत्तोलन बलि की छाती तथा मेलबलि की दायीं जांघ इस्राएल के लोगों से ले रहा हूँ और मै उन चीजों को हारून और उसके पुत्रों को दे रहा हूँ। इस्राएल के लोगों के लिए यह नियम सदा के लिए होगा।”
Car je prends sur les sacrifices d'actions de grâces offerts par les enfants d'Israël la poitrine qu'on agitera de côté et d'autre et l'épaule qu'on présentera par élévation, et je les donne au sacrificateur Aaron et à ses fils, par une loi perpétuelle qu'observeront les enfants d'Israël.
यहोवा को आग द्वारा दी गई भेंट हारून और उसके पुत्रों की है, जब कभी हारून और उसके पुत्र यहोवा के याजक के रूप में सेवा करते हैं तब वे बलि का वह भाग पाते हैं।
C'est là le droit que l'onction d'Aaron et de ses fils leur donnera sur les sacrifices consumés par le feu devant l'Eternel, depuis le jour où ils seront présentés pour être à mon service dans le sacerdoce.
जिस समय यहोवा ने याजकों का अभीषेक किया उसी समय उन्होंने इस्राएल के लोगों को वे भाग याजकों को देने का आदेश दिया। वे भाग सदा उनकी पीढ़ी याजकों को दिए जाने हैं।
C'est ce que l'Eternel ordonne aux enfants d'Israël de leur donner depuis le jour de leur onction; ce sera une loi perpétuelle parmi leurs descendants.
ये होमबलि, अन्नबलि, पापबलि, दोषबलि, याजकों की नियुक्ति, और मेलबलि के नियम हैं।
Telle est la loi de l'holocauste, de l'offrande, du sacrifice d'expiation, du sacrifice de culpabilité, de la consécration, et du sacrifice d'actions de grâces.
यहोवा ने सीनै पर्वत पर ये नियम मूसा को दिए। यहोवा ने ये नियम उस दिन दिए जिस दिन उसने इस्राएल के लोगों को सीनै मरुभूमि में यहोवा के लिए अपनी भेंट लाने का आदेश दिया था।
L'Eternel la prescrivit à Moïse sur la montagne de Sinaï, le jour où il ordonna aux enfants d'Israël de présenter leurs offrandes à l'Eternel dans le désert du Sinaï.