जो परमेश्वर ने किया है, लोग उन बातों को देखेंगे
और वे उन बातों का वर्णन दूसरो से करेंगे,
फिर तो हर कोई परमेश्वर के विषय में और अधिक जानेगा।
वे उसका आदर करना और डरना सीखेंगे।
وَيَخْشَى كُلُّ إِنْسَانٍ، وَيُخْبِرُ بِفِعْلِ اللهِ، وَبِعَمَلِهِ يَفْطَنُونَ.