Kukajte, vrata! Zapomaži, grade! Strepi, sva Filistejo! Jer sa sjevera dim dolazi i čete njegove ne napušta nitko!
हे नगर द्वार के वासियों, रोओ!
नगर में रहने वाले तुम लोग, चीखो—चिल्लाओ!
पलिश्ती के तुम सब लोग भयभीत होंगे।
तुम्हारा साहस गर्म मोम की भाँति पिघल कर ढल जायेगा।
उत्तर दिशा की ओर देखो!
वहाँ धूल का एक बादल है! देखो,
अश्शूर से एक सेना आ रही है!
उस सेना के सभी लोग बलशाली हैं!