Psalms 3

canticum David cum fugeret a facie Abessalon filii sui Domine quare multiplicati sunt hostes mei multi consurgunt adversus me
हे यहोवा, मेरे कितने ही शुत्र मेरे विरुद्ध खड़े हो गये हैं।
multi dicunt animae meae non est salus huic in Deo semper
कितने ही मेरी चर्चाएं करते हैं, कितने ही मेरे विषय में कह रहे कि परमेश्वर इसकी रक्षा नहीं करेगा।
tu autem Domine clipeus circa me gloria mea et exaltans caput meum
किन्तु यहोवा, तू मेरी ढाल है। तू ही मेरी महिमा है। हे यहोवा, तू ही मेरा सिर ऊँचा करता है।
voce mea ad Dominum clamabo et exaudiet me de monte sancto suo semper
मैं यहोवा को ऊँचे स्वर में पुकारुँगा। वह अपने पवित्र पर्वत से मुझे उत्तर देगा।
ego dormivi et soporatus sum evigilavi quia Dominus sustentavit me
मैं आराम करने को लेट सकता हूँ। मैं जानता हूँ कि मैं जाग जाऊँगा, क्योंकि यहोवा मुझको बचाता और मेरी रक्षा करता है।
non timebo milia populi quae circumdederunt me surge Domine salvum me fac Deus meus
चाहे मैं सैनिकों के बीच घिर जाऊँ किन्तु उन शत्रुओं से भयभीत नहीं होऊँगा।
quia percussisti omnium inimicorum meorum maxillam dentes impiorum confregisti
हे यहोवा, जाग! मेरे परमेश्वर आ, मेरी रक्षा कर! तू बहुत शक्तिशाली है। यदि मेरे दुष्ट शत्रुओं के मुख पर तू प्रहार करे, तो उनके सभी दाँतों को तो उखाड़ डालेगा।
Domini est salus super populum tuum benedictio tua semper
यहोवा अपने लोगों की रक्षा कर सकता है। हे यहोवा, तेरे लोगों पर तेरी आशीष रहे।