Kdož pak nemiluje mne, slov mých neostříhá; a slovo, kteréž slyšíte, neníť mé, ale toho, kterýž mne poslal, Otcovo.
जो मुझमें प्रेम नहीं रखता, वह मेरे उपदेशों पर नहीं चलता। यह उपदेश जिसे तुम सुन रहे हो, मेरा नहीं है, बल्कि उस परम पिता का है जिसने मुझे भेजा है।