Psalms 67

لِيَتَحَنَّنِ اللهُ عَلَيْنَا وَلْيُبَارِكْنَا. لِيُنِرْ بِوَجْهِهِ عَلَيْنَا. سِلاَهْ.
हे परमेश्वर, मुझ पर करूणा कर, और मुझे आशीष दे। कृपा कर के, हमको स्वीकार कर।
لِكَيْ يُعْرَفَ فِي الأَرْضِ طَرِيقُكَ، وَفِي كُلِّ الأُمَمِ خَلاَصُكَ.
हे परमेश्वर, धरती पर हर व्यक्ति तेरे विषय में जाने। हर राष्ट्र यह जान जाये कि लोगों की तू कैसे रक्षा करता है।
يَحْمَدُكَ الشُّعُوبُ يَا اَللهُ. يَحْمَدُكَ الشُّعُوبُ كُلُّهُمْ.
हे परमेश्वर, लोग तेरे गुण गायें! सभी लोग तेरी प्रशंसा करें।
تَفْرَحُ وَتَبْتَهِجُ الأُمَمُ لأَنَّكَ تَدِينُ الشُّعُوبَ بِالاسْتِقَامَةِ، وَأُمَمَ الأَرْضِ تَهْدِيهِمْ. سِلاَهْ.
सभी राष्ट्र आनन्द मनावें और आनन्दिन हो! क्योंकि तू लोगों का न्याय निष्पक्ष करता। और हर राष्ट्र पर तेरा शासन है।
يَحْمَدُكَ الشُّعُوبُ يَا اَللهُ. يَحْمَدُكَ الشُّعُوبُ كُلُّهُمْ.
हे परमेश्वर, लोग तेरे गुण गायें! सभी लोग तेरी प्रशंसा करें।
الأَرْضُ أَعْطَتْ غَلَّتَهَا. يُبَارِكُنَا اللهُ إِلهُنَا.
हे परमेश्वर, हे हमारे परमेश्वर, हमको आशीष दे। हमारी धरती हमको भरपूर फसल दें।
يُبَارِكُنَا اللهُ، وَتَخْشَاهُ كُلُّ أَقَاصِي الأَرْضِ.
हे परमेश्वर, हमको आशीष दे। पृथ्वी के सभी लोग परमेश्वर से डरे, उसका आदर करे।