يَذْبَحُونَ عَلَى رُؤُوسِ الْجِبَالِ، وَيُبَخِّرُونَ عَلَى التِّلاَلِ تَحْتَ الْبَلُّوطِ وَاللُّبْنَى وَالْبُطْمِ لأَنَّ ظِلَّهَا حَسَنٌ! لِذلِكَ تَزْنِي بَنَاتُكُمْ وَتَفْسِقُ كَنَّاتُكُمْ.
वे पहाड़ों की चोटियों पर बलियाँ चढ़ाया करते हैं। पहाड़ियों के ऊपर बाँज, चिनार तथा बाँज के पेड़ों के तले धूप जलाते हैं। उन पेड़ों तले की छाया अच्छी दिखती है। इसलिये तुम्हारी पुत्रियाँ वेश्याओं की तरह उन पेड़ों के नीचे सोती हैं और तुम्हारी बहुएँ वहाँ पाप पूर्ण यौनाचार करती हैं।