रूबेन इस्राएल का प्रथम पुत्र था। रुबेन को सबसे बड़े पुत्र होने की विशेष सुविधायें प्राप्त होनी चाहिए थीं। किन्तु रूबेन ने अपने पिता की पत्नी के साथ शारिरिक सम्बन्ध किया। इसलिये वे सुविधाएं यूसुफ के पुत्रों को मिलीं। परिवार के इतिहास में रूबेन का नाम प्रथम पुत्र के रूप में लिखित नहीं है। यहूदा अपने भाईयों से अधिक बलवान हो गया, अतः उसके परिवार से प्रमुख आए। किन्तु यूसुफ के परिवार ने वे अन्य सुविधायें पाईं, जो सबसे बड़े पुत्र को मिलती थी।
रूबेन के पुत्र हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी थे।
रूबेन इस्राएल का प्रथम पुत्र था। रुबेन को सबसे बड़े पुत्र होने की विशेष सुविधायें प्राप्त होनी चाहिए थीं। किन्तु रूबेन ने अपने पिता की पत्नी के साथ शारिरिक सम्बन्ध किया। इसलिये वे सुविधाएं यूसुफ के पुत्रों को मिलीं। परिवार के इतिहास में रूबेन का नाम प्रथम पुत्र के रूप में लिखित नहीं है। यहूदा अपने भाईयों से अधिक बलवान हो गया, अतः उसके परिवार से प्रमुख आए। किन्तु यूसुफ के परिवार ने वे अन्य सुविधायें पाईं, जो सबसे बड़े पुत्र को मिलती थी।
रूबेन के पुत्र हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी थे।
रूबेन इस्राएल का प्रथम पुत्र था। रुबेन को सबसे बड़े पुत्र होने की विशेष सुविधायें प्राप्त होनी चाहिए थीं। किन्तु रूबेन ने अपने पिता की पत्नी के साथ शारिरिक सम्बन्ध किया। इसलिये वे सुविधाएं यूसुफ के पुत्रों को मिलीं। परिवार के इतिहास में रूबेन का नाम प्रथम पुत्र के रूप में लिखित नहीं है। यहूदा अपने भाईयों से अधिक बलवान हो गया, अतः उसके परिवार से प्रमुख आए। किन्तु यूसुफ के परिवार ने वे अन्य सुविधायें पाईं, जो सबसे बड़े पुत्र को मिलती थी।
रूबेन के पुत्र हनोक, पल्लू, हेस्रोन और कर्मी थे।
बेरा बाल का पुत्र था। अश्शूर के राजा तिलगत पिलनेसेर ने बेरा को अपने घर छोड़ने को विवश किया। इस प्रकार बेरा राजा का बन्दी बना। बेरा रूबेन के परिवार समूह का प्रमुख था।
जब शाऊल राजा था, बेला के लोगों ने हग्री लोगों के विरुद्ध युद्ध किया। बेला के लोग उन खेमों में रहे जो हग्री लोगों के थे। वे उन खेमों में रहे और गिलाद के पूर्व के सारे क्षेत्र से होकर यात्रा करते रहे।
वे लोग अबीहैल के वंशज थे। अबीहैल हूरी का पुत्र था। हूरी योराह का पुत्र था। योराह गिलाद का पुत्र था। गिलाद मीकाएल का पुत्र था। मीकाएल यशीशै का पुत्र था। यशीशै यदो का पुत्र था। यदो बूज का पुत्र था।
गाद के परिवार समूह के लोग गिलाद क्षेत्र में रहते थे। वे बाशान क्षेत्र में बाशान के चारों ओर के छोटे नगरों में और शारोन क्षेत्र के चारागाहों में उसकी सीमाओं तक निवास करते थे।
मनश्शे के परिवार के आधे तथा रूबेन और गाद के परिवार समूहों से चौवालीस हजार सात सौ साठ वीर योद्धा युद्ध के लिये तैयार थे। वे युद्ध में निपुण थे। वे ढाल—तलवार धारण करते थे। वे धनुष—बाण में भी कुशल थे।
मनश्शे, रूबेन और गाद परिवार समूह के उन लोगों ने युद्ध में परमेश्वर से प्रार्थना की। उन्होंने परमेश्वर से सहायता मांगी क्योंकि वे उस पर विश्वास करते थे। अतः परमेश्वर ने उनकी सहायता की। परमेश्वर ने उन्हें हग्री लोगों को पराजित करने दिया और उन लोगों ने अन्य लोगों को हराया जो हग्री के साथ थे।
बहुत से हग्री लोग मारे गये क्योंकि परमेश्वर ने रूबेन के लोगों को युद्ध जीतने में सहायता की। तब मनश्शे, रूबेन और गाद के परिवार समूह के लोग हग्री लोगों की भूमि पर रहने लगे। वे वहाँ तब तक रहते रहे जब तक बाबुल की सेना इस्राएल के लोगों को नहीं ले गई और जब तक बाबुल में उन्हें बन्दी नहीं बनाया गया।
मनश्शे के परिवार समूह के आधे के प्रमुख ये थेः एपेर, यिशी, एलीएल, अज्रीएल, यिर्मयाह, होदब्याह और यहदीएल। वे सभी शक्तिशाली और वीर पुरुष थे। वे प्रसिद्ध पुरुष थे और वे अपने परिवार के प्रमुख थे।
किन्तु उन प्रमुखों ने उस परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया, जिसकी उपासना उनके पूर्वजों ने की थी। उन्होंने वहाँ रहने वाले उन व्यक्तियों के असत्य देवताओं की पूजा करनी आरम्भ की जिन्हें परमेश्वर ने नष्ट किया।
इस्राएल के परमेश्वर ने पूल को युद्ध में जाने का इच्छुक बनाया। पूल अश्शूर का राजा था। उसका नाम तिलगत्पिलनेसेर भी था। वह मनश्शे, रूबेन और गाद के परिवार समूहों के विरुद्ध लड़ा। उसने उनको अपना घर छोड़ने को विवश किया और उन्हें बन्दी बनाया। पूल उन्हें हलह, हाबोर, हारा और गोजान नदी के पास लाया। इस्राएल के वे परिवार समूह उन स्थानों में उस समय से अब तक रह रहे हैं।