Musa RAB’bin bütün buyruklarını yazdı. Sabah erkenden kalkıp dağın eteğinde bir sunak kurdu, İsrail’in on iki oymağını simgeleyen on iki taş sütun dikti.
इसलिए मूसा ने यहोवा के सभी आदेशों को चर्म पत्र पर लिखा। अगली सुबह मूसा उठा और पर्वत की तलहटी के समीप उसने एक वेदी बनाई और उसने बारह शिलाएँ इस्राएल के बारह कबीलों के लिए स्थापित कीं।
Sonra antlaşma kitabını alıp halka okudu. Halk, “RAB’bin her söylediğini yapacağız, O’nu dinleyeceğiz” dedi.
मूसा ने चर्म पत्र पर लिखे विशेष साक्षीपत्र को पढ़ा। मूसा ने साक्षीपत्र को इसलिए पढ़ा कि सभी लोग उसे सुन सकें और लोगों ने कहा, “हम लोगों ने उन नियमों को जिन्हें यहोवा ने हमें दिया, सुन लिया है और हम सब लोग उनके पालन करने का वचन देते हैं।”
[] [] Musa leğenlerdeki kanı halkın üzerine serpti ve, “Bütün bu sözler uyarınca, RAB’bin sizinle yaptığı antlaşmanın kanı budur” dedi.
तब मूसा ने खून को लिया और उसे लोगों पर छिड़का। उसने कहा, “यह खून बताता है कि यहोवा ने तुम्हारे साथ विशेष साक्षीपत्र स्थापित किया। ये नियम जो यहोवा ने दिए है वे साक्षीपत्र को स्पष्ट करते हैं।”
RAB Musa’ya, “Dağa, yanıma gel” dedi, “Burada bekle, halkın öğrenmesi için üzerine yasalarla buyrukları yazdığım taş levhaları sana vereceğim.”
यहोवा ने मूसा से कहा, “मेरे पास पर्वत पर आओ। मैंने अपने उपदेशों और आदेशों को दो समतल पत्थरों पर लिखा है। ये उपदेश लोगों के लिए हैं। मैं इन समतल पत्थरों को तुम्हें दूँगा।”
İsrail ileri gelenlerine, “Geri dönünceye kadar bizi burada bekleyin” dedi, “Harun’la Hur aranızda; kimin sorunu olursa onlara başvursun.”
मूसा ने चुने हुए बुजुर्गो से कहा, “हम लोगों की यहीं प्रतीक्षा करो, हम तुम्हारे पास लौटेंगे। जब तक मैं अनुपस्थित रहूँ, हारून और हूर आप लोगों के अधिकारी होंगे। यदि किसी को कोई समस्या हो तो वह उनके पास जाए।”