Be thou ashamed, O Zidon: for the sea hath spoken, even the strength of the sea, saying, I travail not, nor bring forth children, neither do I nourish up young men, nor bring up virgins.
हे सीदोन, तुझे शर्म आनी चाहिए।
क्योंकि अब सागर और सागर का किला कहता है:
मैं सन्तान रहित हूँ। मुझे प्रसव की वेदना का ज्ञान नहीं है।
मैंने किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया।
मैंने युवती व युवक को पाल कर बड़े नहीं किया।