Hallgassatok reám, ti szigetek, és a népek vegyenek új erőt, közelgjenek, majd szóljanak, együtt hadd szálljunk perbe!
यहोवा कहा करता है,
“सुदूरवर्ती देशों, चुप रहो और मेरे पास आओ!
जातियों, फिर से सुदृढ़ बनों।
मेरे पास आओ और मुझसे बातें करो।
आपस में मिल कर हम
निश्चय करें कि उचित क्या है।
Ki támasztá fel *azt* keletről, a kit igazságban hív az ő lábához? A népeket kezébe adja és királyok felett uralkodóvá teszi, kardjával mint port szórja szét, mint repülő polyvát kézíve által!
किसने उस विजेता को जगाया है, जो पूर्व से आयेगा
कौन उससे दूसरे देशों को हरवाता और राजाओं को अधीन कर देता
कौन उसकी तलवारों को इतना बढ़ा देता है
कि वे इतनी असंख्य हो जाती जितनी रेत—कण होते हैं
कौन उसके धनुषों को इतना असंख्य कर देता जितना भूसे के छिलके होते हैं
Ki tette és vitte végbe ezt? A ki elhívja eleitől fogva a nemzetségeket: én, az Úr, az első és utolsókkal is az vagyok én!
कौन ये सब घटित करता है किसने यह किया
किसने आदि से सब लोगों को बुलाया मैं यहोवा ने इन सब बातों को किया!
मैं यहोवा ही सबसे पहला हूँ।
आदि के भी पहले से मेरा अस्तित्व रहा है,
और जब सब कुछ चला जायेगा तो भी मैं यहाँ रहूँगा।
És bátorítja a mester az ötvöst, és a kalapácscsal simító azt, a ki az ülőt veri; így szól a forrasztásról: jó az, és megerősíti szegekkel, hogy meg ne mozduljon.
मूर्ति बनानें के लिए एक कारीगर लकड़ी काट रहा है। फिर वह व्यक्ति सुनार को उत्साहित कर रहा है। एक कारीगर हथौड़ें से धातु का पतरा बना रहा है। फिर वह कारीगर निहायी पर काम करनेवाले व्यक्ति को प्रेरित कर रहा है। यह अखिरी कारीगर कह रहा है, काम अच्छा है किन्तु यह धातु पिंड कहीं उखड़ न जाये। इसलिए इस मूर्ति को आधार पर कील से जड़ दों! उससे मूर्ति गिरेगी नहीं, वह कभी हिलडुल तक नहीं पायेगो।”
Te, a kit én a föld utolsó részéről hoztalak és véghatárairól elhívtalak, és ezt mondám néked: Szolgám vagy te, elválasztottalak és meg nem útállak:
मैंने तुझे धरती के दूर देशों से उठाया।
मैंने तुम्हें उस दूर देश से बुलाया।
मैंने कहा, ‘तू मेरा सेवक है।’
मैंने तुझे चुना है
और मैंने तुझे कभी नहीं तजा है।
Ne félj, férgecske Jákób, maroknyi Izráel, én megsegítlek, szól az Úr, a te megváltód, Izráelnek Szentje!
मूल्यवान यहूदा, तू निर्भय रह! हे मेरे प्रिय इस्राएल के लोगों।
भयभीत मत रहो।”
सचमुच मैं तुझको सहायता दूँगा।
स्वयं यहोवा ही ने यें बातें कहीं थी।
इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) ने
जो तुम्हारी रक्षा करता है, कहा था:
Ímé, én teszlek éles, új cséplőhengerré, a melynek két éle van; hegyeket csépelj és zúzz össze, és a halmokat pozdorjává tegyed.
देख, मैंने तुझे एक नये दाँवने के यन्त्र सा बनाया है।
इस यन्त्र में बहुत से दाँते हैं जो बहुत तीखे हैं।
किसान इसको अनाज के छिलके उतारने के काम में लाते है।
तू पर्वतों को पैरों तले मसलेगा और उनको धूल में मिला देगा।
तू पर्वतों को ऐसा कर देगा जैसे भूसा होता है।
Te szórd, és a szél vigye el őket, és elszéleszsze őket a forgószél, és te örülsz az Úrban, és dicsekedel Izráelnek Szentjében.
तू उनको हवा में उछालेगा और हवा उनको उड़ा कर दूर ले जायेगी और उन्हें कहीं छितरा देगी।
तब तू यहोवा में स्थित हो कर आनन्दित होगा।
तुझको इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) पर पहुत गर्व होगा।
A nyomorultak és szegények keresnek vizet, de nincs, nyelvök a szomjúságban elepedt: én, az Úr meghallgatom őket, én, Izráel Istene, nem hagyom el őket.
गरीब जन, और जरुरत मंद जल ढूँढ़ते हैं किन्तु उन्हें जल नहीं मिलता है।
वे प्यासे हैं और उनकी जीभ सूखी है। मैं उनकी विनतियों का उत्तर दूँगा।
मैं उनको न ही तजूँगा और न ही मरने दूँगा।
Kopasz hegyeken folyókat nyitok és a rónák közepén forrásokat; a pusztát vizek tavává teszem és az aszú földet vizeknek forrásivá.
मैं सूखे पहाड़ों पर नदियाँ बहा दूँगा।
घाटियों में से मैं जलस्रोत बहा दूँगा।
मैं रेगिस्तान को जल से भरी झील में बदल दूँगा।
उस सूखी धरती पर पानी के सोते मिलेंगे।
Hogy lássák, megtudják, eszökbe vegyék és megértsék mindnyájan, hogy az Úrnak keze mívelte ezt, és Izráel Szentje teremtette ezt!
लोग ऐसा होते हुए देखेंगे और वे जानेंगे कि
यहोवा की शक्ति ने यह सब किया है।
लोग इनको देखेंगे और समझना शुरु करेंगे कि
इस्राएल के पवित्र (परमेश्वर) ने यह बातें की हैं।”
Adják elő és jelentsék meg nékünk, a mik történni fognak; a mik először lesznek, jelentsétek meg, hogy eszünkbe vegyük és megtudjuk végöket, vagy a jövendőket tudassátok velünk!
तुम्हारे मूर्तियों को हमारे पास आकर, जो घट रहा है, वह बताना चाहिये। “प्रारम्भ में क्या कुछ घटा था और भविष्य में क्या घटने वाला है। हमें बताओं हम बड़े ध्यान से सुनेंगे। जिससे हम यह जान जायें कि आगे क्या होने वाला है।
Jelentsétek meg, mik lesznek ezután, hogy megtudjuk, hogy ti Istenek vagytok; vagy hát míveljetek jót vagy gonoszt, hogy mérkőzzünk és majd lássuk együtt!
हमें उन बातों को बताओ जो घटनेवाली हैं। जिन्हें जानने का हमें इन्तज़ार है ताकि हम विश्वास करें कि सममुच तुम देवता हो। कुछ करो! कुछ भी करो। चाहे भला चाहे बुरा ताकि हम देख सकें और जान सके कि तुम जीवित हो और तुम्हारा अनुसरण करें।
Feltámasztám északról, és eljött napkelet felől; hirdeti nevemet, és tapodja a fejedelmeket, mint az agyagot, és mint a fazekas a sarat tapossa.
“उत्तर में मैंने एक व्यक्ति को उठाया है।
वह पूर्व से जहाँ सूर्य उगा करता है, आ रहा है।
वह मेरे नाम की उपासना किया करता है।
जैसे कुम्हार मिट्टी रौंदा करता है वैसे ही वह विशेष व्यक्ति राजाओं को रौंदेगा।”
Ki jelenté meg ezt eleitől fogva, hogy megtudnók? vagy régen, hogy ezt mondanók: Igaz? De nem jelenté meg, de nem tudatá senki, nem hallá szavatokat senki sem!
“यह सब घटने से पहले ही हमें जिसने बताया है, हमें उसे परमेश्वर कहना चाहिए।
क्या हमें ये बातें तुम्हारे किसी मूर्ति ने बतायी नहीं!
किसी भी मूर्ति ने कुछ भी हमको नहीं बताया था।
वे मूर्ति तो एक भी शब्द नहीं बोल पाते हैं।
वे झूठे देवता एक भी शब्द जो तुम बोला करते हो नहीं सुन पाते हैं।
Sionnak először *én hirdetém,* ímé itt vannak *a tanúk,* és örömmondót adtam Jeruzsálemnek.
मैं यहोवा सिय्योन को इन बातों के विषय में बताने वाला पहला था।
मैंने एक दूत को इस सन्देश के साथ यरूशलेम भेजा था कि: ‘देखो, तुम्हारे लोग वापस आ रहे हैं!’”