Psalms 126

जब यहोवा हमें पुन: मुक्त करेगा तो यह ऐसा होगा जैसे कोई सपना हो!
canticum graduum cum converteret Dominus captivitatem Sion facti sumus quasi somniantes
हम हँस रहे होंगे और खुशी के गीत गा रहे होंगे! तब अन्य राष्ट्र के लोग कहेंगे, “यहोवा ने इनके लिए महान कार्य किये हैं।”
tunc implebitur risu os nostrum et lingua nostra laude tunc dicent in gentibus magnificavit Dominus facere cum istis
दूसरे देशों के लोग ये बातें करेंगे इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा ने एक अद्भुत काम किया है। अगर यहोवा ने हमारे लिए वह अद्भुत काम किया तो हम प्रसन्न होंगे।
magnificavit Dominus facere nobiscum facti sumus laetantes
हे यहोवा, हमें तू स्वतंत्र कर दे, अब तू हमें मरुस्थल के जल से भरे हुए जलधारा जैसा बना दे।
converte Domine captivitatem nostram sicut rivum in austro
जब हमने बीज बोये, हम रो रहे थे, किन्तु कटनी के समय हम खुशी के गीत गायेंगे!
qui seminant in lacrimis in exultatione metent
हम बीज लेकर रोते हुए खेतों में गये। सो आनन्द मनाने आओ क्योंकि हम उपज के लिए हुए आ रहे हैं।
qui ambulans ibat et flebat portans ad seminandum sementem veniens veniet in exultatione portans manipulos suos