Psalms 39

मैंने कहा, “जब तक ये दुष्ट मेरे सामने रहेंगे, तब तक मैं अपने कथन के प्रति सचेत रहूँगा। मैं अपनी वाणी को पाप से दूर रखूँगा। और मैं अपने मुँह को बंद कर लूँगा।”
Karar verdim: “Adımlarıma dikkat edeceğim, Dilimi günahtan sakınacağım; Karşımda kötü biri oldukça, Ağzıma gem vuracağım.”
सो इसलिए मैंने कुछ नहीं कहा। मैंने भला भी नहीं कहा! किन्तु मैं बहुत परेशान हुआ।
Dilimi tutup sustum, Hep kaçındım konuşmaktan, yararı olsa bile. Acım alevlendi,
मैं बहुत क्रोधित था। इस विषय में मैं जितना सोचता चला गया, उतना ही मेरा क्रोध बढ़ता चला गया। सो मैंने अपना मुख तनिक नहीं खोला।
Yüreğim tutuştu içimde, Ateş aldı derin derin düşünürken, Şu sözler döküldü dilimden:
हे यहोवा, मुझको बता कि मेरे साथ क्या कुछ घटित होने वाला है? मुझे बता, मैं कब तक जीवित रहूँगा? मुझको जानने दे सचमुच मेरा जीवन कितना छोटा है।
“Bildir bana, ya RAB, sonumu, Sayılı günlerimi; Bileyim ömrümün ne kadar kısa olduğunu!
हे यहोवा, तूने मुझको बस एक क्षणिक जीवन दिया। तेरे लिये मेरा जीवन कुछ भी नहीं है। हर किसी का जीवन एक बादल सा है। कोई भी सदा नहीं जीता!
Yalnız bir karış ömür verdin bana, Hiç kalır hayatım senin önünde. Her insan bir soluktur sadece, En güçlü çağında bile. Sela
वह जीवन जिसको हम लोग जीते हैं, वह झूठी छाया भर होता है। जीवन की सारी भाग दौड़ निरर्थक होती है। हम तो बस व्यर्थ ही चिन्ताएँ पालते हैं। धन दौलत, वस्तुएँ हम जोड़ते रहते हैं, किन्तु नहीं जानते उन्हें कौन भोगेगा।
“Bir gölge gibi dolaşır insan, Boş yere çırpınır, Mal biriktirir, kime kalacağını bilmeden.
सो, मेरे यहोवा, मैं क्या आशा रखूँ? तू ही बस मेरी आशा है!
“Ne bekleyebilirim şimdi, ya Rab? Umudum sende.
हे यहोवा, जो कुकर्म मैंने किये हैं, उनसे तू ही मुझको बचाएगा। तू मेरे संग किसी को भी किसी अविवेकी जन के संग जैसा व्यवहार नहीं करने देगा।
Kurtar beni bütün isyanlarımdan, Aptalların hakaretine izin verme.
मैं अपना मुँह नहीं खोलूँगा। मैं कुछ भी नहीं कहूँगा। यहोवा तूने वैसे किया जैसे करना चाहिए था।
Sustum, açmayacağım ağzımı; Çünkü sensin bunu yapan.
किन्तुपरमेश्वर, मुझको दण्ड देना छोड़ दे। यदि तूने मुझको दण्ड देना नहीं छोड़ा, तो तू मेरा नाश करेगा!
Uzaklaştır üzerimden yumruklarını, Tokadının altında mahvoldum.
हे यहोवा, तू लोगों को उनके कुकर्मो का दण्ड देता है। और इस प्रकार जीवन की खरी राह लोगों को सिखाता है। हमारी काया जीर्ण शीर्ण हो जाती है। ऐसे उस कपड़े सी जिसे कीड़ा लगा हो। हमारा जीवन एक छोटे बादल जैसे देखते देखते विलीन हो जाती है।
Sen insanı suçundan ötürü Azarlayarak yola getirirsin, Güve gibi tüketirsin sevdiği şeyleri. Her insan bir soluktur sadece. Sela
हे यहोवा, मेरी विनती सुन! मेरे शब्दों को सुन जो मैं तुझसे पुकार कर कहता हूँ। मेरे आँसुओं को देख। मैं बस राहगीर हूँ, तुझको साथ लिये इस जीवन के मार्ग से गुजरता हूँ। इस जीवन मार्ग पर मैं अपने पूर्वजों की तरह कुछ समय मात्र टिकता हूँ।
“Duamı işit, ya RAB, Kulak ver yakarışıma, Gözyaşlarıma kayıtsız kalma! Çünkü ben bir garibim senin yanında, Bir yabancı, atalarım gibi.
हे यहोवा, मुझको अकेला छोड़ दे, मरने से पहले मुझे आनन्दित होने दे, थोड़े से समय बाद मैं जा चुका होऊँगा।
Uzaklaştır üzerimden bakışlarını, Göçüp yok olmadan mutlu olayım!”