Job 25

फिर शूह प्रदेश के निवासी बिल्दद ने उत्तर देते हुये कहा:
Y RESPONDIÓ Bildad Suhita, y dijo:
“परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है।
El señorío y el temor están con él: Él hace paz en sus alturas.
कोई उसकी सेनाओं को गिन नहीं सकता है, परमेश्वर का प्रकाश सब पर चमकता है।
¿Tienen sus ejércitos número? ¿Y sobre quién no está su luz?
किन्तु सचमुच परमेश्वर के आगे कोई व्यक्ति उचित नहीं ठहर सकता है। कोई व्यक्ति जो स्त्री से उत्पन्न हुआ सचमुच निर्दोष नहीं हो सकता है।
¿Cómo pues se justificará el hombre con Dios? ¿Y cómo será limpio el que nace de mujer?
परमेश्वर की आँखों के सामने चाँद तक चमकीला नहीं है। परमेश्वर की आँखों के सामने तारे निर्मल नहीं हैं।
He aquí que ni aun la misma luna será resplandeciente, Ni las estrellas son limpias delante de sus ojos.
मनुष्य तो बहुत कम भले है। मनुष्य तो बस गिंडार है एक ऐसा कीड़ा जो बेकार का होता है।”
¿Cuánto menos el hombre que es un gusano, Y el hijo de hombre, también gusano?