“इसके बाद, सपने में रात को मैंने देखा कि मेरे सामने एक और चौथा जानवर खड़ा है। यह जानवर बहुत खुँखार और भयानक लग रहा था। वह बहुत मज़बूत दिखाई दे रहा था। उसके लोहे के लम्बे—लम्बे दाँत थे। यह जानवर अपने शिकारों को कुचल करके खा डाल रहा था और शिकार को खा चुकने के बाद जो कुछ बचा रहता, वह उसे अपने पैरों तले कुचल रहा था। इस पशु से पहले मैंने सपने में जो पशु देखे थे, यह चौथा पशु उन सबसे अलग था। इस पशु के दस सींग थे।
Après cela, je regardai pendant mes visions nocturnes, et voici, il y avait un quatrième animal, terrible, épouvantable et extraordinairement fort; il avait de grandes dents de fer, il mangeait, brisait, et il foulait aux pieds ce qui restait; il était différent de tous les animaux précédents, et il avait dix cornes.