Psalms 130

(Sang til Festrejserne.) Fra det dybe råber jeg til
हे यहोवा, मैं गहन कष्ट में हूँ सो सहारा पाने को मैं तुम्हें पुकारता हूँ।
o Herre hør min Røst! Lad dine Ører lytte til min tryglende Røst!
मेरे स्वामी, तू मेरी सुन ले। मेरी सहायता की पुकार पर कान दे।
Tog du Vare, HERRE, på Misgerninger, Herre, hvo kunde da bestå?
हे यहोवा, यदि तू लोगों को उनके सभी पापों का सचमुच दण्ड दे तो फिर कोई भी बच नहीं पायेगा।
Men hos dig er der Syndsforladelse, at du må frygtes.
हे यहोवा, निज भक्तों को क्षमा कर। फिर तेरी अराधना करने को वहाँ लोग होंगे।
Jeg håber.på HERREN, min Sjæl håber på hans Ord,
मैं यहोवा की बाट जोह रहा हूँ कि वह मुझको सहायता दे। मेरी आत्मा उसकी प्रतीक्षा में है। यहोवा जो कहता है उस पर मेरा भरोसा है।
på Herren bier min Sjæl mer end Vægter på Morgen, Vægter på Morgen.
मैं अपने स्वामी की बाट जोहता हूँ। मैं उस रक्षक सा हूँ जो उषा के आने की प्रतीक्षा में लगा रहता है।
Israel, bi på HERREN! Thi hos HERREN er Miskundhed, hos ham er Forløsning i Overflod.
इस्राएल, यहोवा पर विश्वास कर। केवल यहोवा के साथ सच्चा प्रेम मिलता है। यहोवा हमारी बार—बार रक्षा किया करता है।
Og han vil forløse Israel fra alle dets Misgerninger,
यहोवा इस्राएल को उनके सारे पापों के लिए क्षमा करेगा।