Psalms 120

(Sang til Festrejserne.) Jeg råbte til HERREN i Nød, og han svarede mig.
मैं संकट में पड़ा था, सहारा पाने के लिए मैंने यहोवा को पुकारा और उसने मुझे बचा लिया।
HERRE, udfri min Sjæl fra Løgnelæber, fra den falske Tunge!
हे यहोवा, मुझे तू उन ऐसे लोगों से बचा ले जिन्होंने मेरे विषय में झूठ बोला है।
Der ramme dig dette og hint, du falske Tunge!
अरे ओ झूठों, क्या तुम यह जानते हो कि परमेश्वर तुमको कैसे दण्ड देगा
Den stærkes Pile er hvæsset ved glødende Gyvel.
तुम्हें दण्ड देने के लिए परमेश्वर योद्धा के नुकीले तीर और धधकते हुए अंगारे काम में लाएगा।
Ve mig, at jeg må leve som fremmed i Mesjek, bo iblandt Kedars Telte!
झूठों, तुम्हारे निकट रहना ऐसा है, जैसे कि मेशेक के देश में रहना। यह रहना ऐसा है जैसे केवार के खेतों में रहना है।
Min Sjæl har længe nok boet blandt Folk, som hader Fred.
जो शांति के बैरी है ऐसे लोगों के संग मैं बहुत दिन रहा हूँ।
Jeg vil Fred; men taler jeg, vil de Krig!
मैंने यह कहा था मुझे शांति चाहिए क्यों वे लोग युद्ध को चाहते हैं।