Psalms 120

(По слав. 119) Песен на изкачванията. В скръбта си извиках към ГОСПОДА и Той ми отговори.
मैं संकट में पड़ा था, सहारा पाने के लिए मैंने यहोवा को पुकारा और उसने मुझे बचा लिया।
ГОСПОДИ, избави душата ми от лъжливи устни и от измамен език!
हे यहोवा, मुझे तू उन ऐसे लोगों से बचा ले जिन्होंने मेरे विषय में झूठ बोला है।
Какво ще ти се даде или какво ще ти се прибави, на теб, измамни езиче?
अरे ओ झूठों, क्या तुम यह जानते हो कि परमेश्वर तुमको कैसे दण्ड देगा
Остри стрели на силния с дървени въглища от хвойна.
तुम्हें दण्ड देने के लिए परमेश्वर योद्धा के नुकीले तीर और धधकते हुए अंगारे काम में लाएगा।
Горко ми, защото странствам в Мосох, защото обитавам в шатрите на Кидар!
झूठों, तुम्हारे निकट रहना ऐसा है, जैसे कि मेशेक के देश में रहना। यह रहना ऐसा है जैसे केवार के खेतों में रहना है।
Душата ми живя много време с онези, които мразят мира.
जो शांति के बैरी है ऐसे लोगों के संग मैं बहुत दिन रहा हूँ।
Аз съм за мир, но когато говоря, те са за война.
मैंने यह कहा था मुझे शांति चाहिए क्यों वे लोग युद्ध को चाहते हैं।