वे तुम्हारे विषय में यह करुण गीत गायेंगे:
“‘हे सोर, तुम प्रसिद्ध नगर थे
समुद्र पार से लोग तुम पर बसने आए।
तुम प्रसिद्ध थे,
किन्तु अब तुम कुछ नहीं हो।
तुम सागर पर शक्तिशाली थे,
और वैसे ही तुम में निवास करने वाले व्यक्ति थे!
तुमने विशाल भू—पर रहने वाले सभी लोगों को
भयभीत किया।
et adsumentes super te lamentum dicent tibi quomodo peristi quae habitas in mari urbs inclita quae fuisti fortis in mari cum habitatoribus tuis quos formidabant universi