“ऐसा भी हो सकता है, कि भला व्यक्ति भला न रह जाय। वह अपने जीवन को बदल सकता है और उन भयंकर पापों का करना आरम्भ कर सकता है जिन्हें बुरे लोगों ने भूतकाल में किया था। (वह बुरा व्यक्ति बदल गया अत: वह जीवित रह सकता है।) अत: यदि वह भला व्यक्ति बदलता है और बुरा बन जाता है तो परमेश्वर उस व्यक्ति के किये अच्छे कामों को याद नहीं रखेगा। परमेश्वर यही याद रखेगा कि वह व्यक्ति उसके विरुद्ध हो गया और उसने पाप करना आरम्भ किया। इसलिये वह व्यक्ति अपने पापों के कारण मरेगा।”
si autem averterit se iustus a iustitia sua et fecerit iniquitatem secundum omnes abominationes quas operari solet impius numquid vivet omnes iustitiae eius quas fecerat non recordabuntur in praevaricatione qua praevaricatus est et in peccato suo quod peccavit in ipsis morietur