यह तुम तब तक कर सकते हो जब तक मैं न आऊँ और तुम्हारे देश जैसे देश में तुम्हें ले न जाऊँ। यह अन्न और नयी दाखमधु, यह रोटी और अंगूर भरे खेत और जैतून एवं मधु का देश है। तब तुम जीवित रहोगे, मरोगे नहीं। किन्तु हिजकिय्याह की एक न सुनो! वह तुम्हारे इरादों को बदलना चाहता है। वह कह रहा है, “यहोवा हमें बचा लेगा।”
donec veniam et transferam vos in terram quae similis terrae vestrae est in terram fructiferam et fertilem vini terram panis et vinearum terram olivarum et olei ac mellis et vivetis et non moriemini nolite audire Ezechiam qui vos decipit dicens Dominus liberabit nos