“‘तब तुमने यरदन नदी के पार तक यात्रा की। तुम लोग यरीहो प्रदेश में आए। यरीहो नगर में रहने वाले लोग तुम्हारे विरूद्ध लड़े। एमोरी, परिज्जी, कनानी, हित्ती, गिर्गाशी, हिव्वी और यबूसी लोग भी तुम्हारे विरुद्ध लड़े। किन्तु मैंने तुम्हें उन सबको हराने दिया।
[] [] Sonra Şeria Irmağı’nı geçip Eriha’ya geldiniz. Size karşı savaşan Erihalılar’ı, Amor, Periz, Kenan, Hitit, Girgaş, Hiv ve Yevus halklarını elinize teslim ettim.