Apportez avec vous des paroles, Et revenez à l'Eternel. Dites-lui: Pardonne toutes les iniquités, Et reçois-nous favorablement! Nous t'offrirons, au lieu de taureaux, l'hommage de nos lèvres.
जो बातें तुझे कहनी हैं, उनके बारे में सोच और यहोवा की ओर लौट आ। उससे कह,
“हमारे पापों को दूर कर
और उन अच्छी बातों को स्वीकार कर जिन्हें हम कर रहे हैं।
हम अपने मुख से तेरी स्तुति करेंगे।”