امّا اگر بیوه شده و یا طلاق گرفته و بیفرزند بوده و به خانهٔ پدر برگشته باشد، آنگاه میتواند از خوراک پدر خود بخورد. پس به غیراز اعضای خاندان کاهنان، کس دیگری حق خوردن آنها را ندارد.
किसी याजक की पुत्री विधवा हो सकती है, या उसे तलाक दिया जा सकता है। यदि उके भरन पोषण के लिए उसके बच्चे नहीं हैं और वह अपने पिता के यहाँ लौटती है, जहाँ वह बचपन में रही है तो वह पिता के भोजन मेंसे कुछ खा सकती है। किन्तु केवल याजक के परिवार के व्यक्ति ही इस भोजन को खा सकते हैं।