Psalms 70

confundantur et erubescant qui quaerunt animam meam
हे परमेश्वर, मेरी रक्षा कर! हे परमेश्वर, जल्दी कर और मुझको सहारा दे!
convertantur retrorsum et erubescant qui volunt malum mihi revertantur ad vestigium confusionis suae qui dicunt va va
लोग मुझे मार डालने का जतन कर रहे हैं। उन्हें निराश और अपमानित कर दे! ऐसा चाहते हैं कि लोग मेरा बुरा कर डाले। उनका पतन ऐसा हो जाये कि वे लज्जित हो।
gaudeant et laetentur in te omnes qui quaerunt te et dicant semper magnificetur Deus qui diligunt salutare tuum
लोगों ने मुझको हँसी ठट्टों में उड़ाया। मैं उनकी पराजय की आस करता हूँ और इस बात की कि उन्हें लज्जा अनुभव हो।
ego autem egenus et pauper Deus festina pro me auxilium meum et salvator meus tu Domine ne moreris
मुझको यह आस है कि ऐसे वे सभी लोग जो तेरी आराधना करते हैं, वह अति प्रसन्न हों। वे सभी लोग तेरी सहायता की आस रहते हैं वे तेरी सदा स्तुती करते रहें।
in te Domine speravi ne confundar in aeternum
हे परमेश्वर, मैं दीन और असहाय हूँ। जल्दी कर! आ, और मुझको सहारा दे! हे परमेश्वर, तू ही बस ऐसा है जो मुझको बचा सकता है, अधिक देर मत कर!